गौरव जैन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही. छत्तीसगढ़ के गौरेला के जिला अस्पताल से एक सुखद खबर सामने आई है, जहां डॉक्टरों ने एक महिला के बच्चेदानी से लगभग आधा किलो के ट्यूमर को सर्जरी कर महिला की जान बचा ली है. यह ट्यूमर महिला के बच्चेदानी में बीते 6 वर्षों से था और इसका आकार और वजन लगातार बढ़ रहा था जिसकी वजह से महिला की स्थिति काफी गंभीर थी. ऐसे में डॉक्टरों ने महिला का सफल ऑपरेशन कर उसे नई जिंदगी दी है.

डॉक्टरों ने बताया कि नवागांव की रहने वाली 50 वर्षीय मिथलेश कुंवर की बच्चेदानी पिछले कई वर्षों से इस गांठ के कारण असहनीय दर्द में रहती थी और उसके मलद्वार से लगातार खून बह रहा था. जिसके कारण उसके शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी भी हो गई थी. महिला को अस्पताल में भर्ती करने के बाद डॉक्टरों की टीम ने पहले महिला की सोनोग्राफी कराई जिसमे पाया कि उसके बच्चे दानी में 8.9×2.6 CM आकार की गांठ है. लंबे समय से दर्द और रक्तस्त्राव के कारण महिला की स्थिति गंभीर हो गई थी, जिससे उसकी जान भी जा सकती थी. ऐसे में महिला की हालत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही थी और उसे इलाज के लिए किसी बड़े शहर के अस्पताल जाना पड़ता, जिसमें खर्च भी अधिक आता. इसलिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने उसकी सर्जरी जिला अस्पताल में ही की.

डॉक्टरों ने बताया कि गौरेला जिला अस्पताल में इसके पहले ऐसा जटिल ऑपरेशन नही किया गया था लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों की टीम जिसमें डॉ. प्रवीण गोयनका जनरल सर्जन, डॉ.अम्बरीन सबा स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. प्रियंका माहेश्वर जनरल सर्जन और डॉ फिरोज खान निश्चेतना विशेषज्ञ द्वारा लगभग ढेड़ घँटे की सर्जरी कर गांठ को बाहर निकाला और महिला की जान बचाई.

डॉक्टर प्रवीण गोयनका और डॉ अम्बरीन सबा ने जानकारी देते हुए बताया, कि आगे चलकर यह ट्यूमर कैंसर में बदल सकता था. फिलहाल महिला मरीज की हालत पहले से बेहतर है और उसे अगले कुछ दिनों में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

इस ऑपरेशन के बाद महिला को राहत और नई आशा मिली है. वहीं इस सफल सर्जरी के लिए जिला अस्पताल गौरेला के चिकित्सकों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की जा रही है.