प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। गुमशुदा महिला का शव पुलिस ने 22 दिन बाद लोहारा थाना क्षेत्र के घानीखुटा के जंगल से बरामद किया. वहीं पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतिका के पूर्व पति लुकेश साहू और आशिक राजाराम को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है. हत्या करने से पहले दोनों आरोपियों ने दृश्यम फिल्म बार-बार देखे थे, उसके बाद घटना को अंजाम दिए है. इसे भी पढ़ें : हाई कोर्ट का फैसला, कोरोना काल में काम करने वाले कर्मियों को सरकारी नौकरी में मिलेगा 10 बोनस अंक

पूरा मामला लोहारा थाना के घानीखुटा जंगल का है, जहां मृतिका ग्वालिन बाई की साड़ी को बरामद किया गया. वहीं हत्या को छिपाने के लिए मृतिका की स्कूटी को कर्रा नाला में फेंका. यहीं नहीं सोने-चांदी के जेवरात को मुड़घोसरी गांव के खंभे के पास गड्ढे में गाड़ दिए थे. पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर सभी सामान को बरामद कर लिया है.

ग्वालिन बाई की शादी लुकेश साहू से हुई थी, लेकिन दोनों तीन वर्षों से अलग रह रहे थे. उसी दौरान ग्वालिन बाई को जिंदगी में राजाराम आया और दोनों के बीच प्रेम हुआ. कुछ दिन बाद महिला ने राजाराम को ब्लैकमेलिंग करने लगी. 1 लाख 50 हजार रुपए लिए थे, उसके बाद राजाराम के दुकान में आकर मोबाइल और कंप्यूटर के सामान ले जाती थी, इससे आरोपी राजा राम बहुत परेशान चल रहा था.

चूंकि पूर्व पति पालन-पोषण ने लिए 10 हजार रुपए हर महीने कोर्ट में दे रहे थे. पूर्व पति लुकेश साहू और राजाराम एक ही गांव चीमागोंदी का रहने वाला है. दोनों मृतिका ग्वालिन बाई से परेशान चल रहे थे, ऐसे में एक दिन दोनों ने हत्या करने की प्लानिंग बनाई और हत्या करने से पहले दृश्यम फिल्म देखे.

ग्वालिन बाई 18 तारीख कवर्धा कोर्ट में पेशी में आई थी, और उसी दिन 10 हजार रुपए पूर्व पति लुकेश साहू से ली थी. दोनों आरोपियों ने मृतका से ग्वालिन से मुलाकात किए थे. उसके बाद 19 तारीख को आशिक राजाराम ने ग्वालिन बाई को मिलने एक स्थान में बुलाया और पूर्व पति को भी फोन करके बुलाया, जहां आरोपी आशिक राजाराम मृतिका के स्कूटी में बिठाकर चले गए.

पीछे-पीछे पूर्व पति लुकेश साहू चला गया, जहां लोहारा थाना के घानीखुटा के जंगल में पहुँचे, जहां ग्वालिन बाई की गला दबाकर हत्या की घटना को अंजाम दिया. मृतिका के साड़ी को जंगल में ही फेंक दिया, उसके बाद मृतिका के स्कूटी को चलाते कर्रा नाला ले गए, जहां स्कूटी को नाले में फेंक दिया. पुलिस को से बचने के लिए मृतिका के मोबाइल को एक बार चालू किया और बंद करके नाले में फेंक दिया, और सोने-चांदी के जेवरात को मुड़घुसरी गांव के खंभे के पास गड्ढे में गाड़ दिया.

18 तारीख को महिला अपने घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने लोहारा थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मोबाइल ट्रेस किया, उसके बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो दोनों आरोपियों ने पुलिस को चकमा देते रहे, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों में हत्या करना काबुल किया. दोनों के खिलाफ लोहारा थाना में मामला दर्ज के न्यायिक रिमांड में भेज दिया है.