नितिन नामदेव,रायपुर। “तुम्हारे लिए” कार्यशाला का भव्य आयोजन आचार्यश्री महाश्रमण के सुशिष्य मुनिश्री सुधाकर और मुनिश्री नरेश कुमार के पावन सान्निध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम रायपुर की ओर से जय समवशरण पटवा भवन टैगोर नगर में किया गया। तुम्हारे लिए दंपत्ति कार्यशाला का शुभारंभ मुनिश्री सुधाकर ने नमस्कार महामंत्र से किया। उन्होंने ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा​ कि स्वस्थ परिवार ही स्वस्थ समाज और राष्ट्र का आधार है। उसके लिए पति-पत्नी के रिश्ते में आपसी पवित्रता और सुदृढ़ता जरूरी है।

मुनिश्री सुधाकर ने कहा कि दांपत्य जीवन में टकराव के मुख्य पांच कारण हैं : असंयम, आवेश, अभिमान, असंतुलन और अविवेक। रिश्तों को मधुर बनाने के लिए संकीर्णता की भावना को त्याग कर विवेक चेतना को जागृत रखना चाहिए। मुनि श्री ने युवा दंपतियों को अध्यात्म और संयम के छोटे-छोटे प्रयोग करने की प्रेरणा दी। मुनिश्री ने आगे कहा, आज बिखरते परिवार और चिटकते रिश्तों से सामाजिक एवं मानवीय मूल्यों का हनन हो रहा है। रिश्तों की डोर को सुदृढ़ बनाने के लिए हर दंपत्ति को एक दूसरे का पूरक बनना चाहिए।

मुनिश्री सुधाकर ने सप्तवचन : अन्न, बल, धन, दुख, परिवार, मित्रता और एकांतचर्या की सुंदर आध्यात्मिक युगानुरूप व्याख्या की। मुनिश्री नरेश कुमार जी ने सुंदर गीतिका गाई। इस अवसर पर अनीता नाहर-24, पायल नाहर-23, जय कुमार जैन-24, धृति दुग्गड-24, कमल ललवानी-17, प्रकाशचंद बाफना-6, राखी गोलछा-10 ने बड़ी तपस्या का प्रत्याखान किया।

रायपुर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष तरुण नाहर ने अपने उद्बोधन में सभी धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं का स्वागत किया एवं प्रोग्राम की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी। प्रोग्राम के प्रायोजक बीएल जैन, राहुल जैन, विक्रम जैन और विपुल जैन का सत्कार रायपुर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष गौतम गोलछा, रायपुर तेरापंथ महिला मंडल के अध्यक्षा नेहा जैन, रायपुर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष तरुण नाहर और रायपुर के वरिष्ठ श्रावक बछराज दुग्गड ने किया। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम रायपुर की टीम ने सुंदर मंगलाचरण गीतिका की प्रस्तुति दी। प्रोग्राम का संचालन और आभार रायपुर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के सचिव अरुण सिपानी ने किया।