Rajasthan News: जोधपुर. कायलाना झील व आस-पास की पहाड़ी पर तीन सहपाठियों के साथ घूमने आया एक छात्र की नहाने के दौरान पांव फिसलने से डूब गया. पिता ने इकलौते पुत्र के मरणोपरांत नेत्रदान किए. राजीव गांधी नगर थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा.
थानाधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि मूलत: नागौर जिले में डेगाना के समीप खिन्दाज गांव हाल शिकारगढ़ में आशापूर्णा टाउनशिप निवासी कुशग्र सिंह (17) पुत्र रणजीतसिंह राठौड़ अपने तीन सहपाठी मित्रों के साथ रविवार का अवकाश होने के चलते घूमने के लिए कायलाना झील आया था. चारों दोस्त घर से नाश्ता बनाने का सामान, बर्तन आदि भी साथ लाए थे.
कायलाना में दरबार की बैठक के पास पहाड़ी पर चारों दोस्तों ने लकड़ियां जलाकर नूडल्स बनाया और खाया था. फिर चारों नहाने के लिए झील में उतर गए. इस बीच, कुशाग्र सिंह का पांव फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया. वह डूबने लगा और हाथ-पांव मारे व मदद के लिए चिल्लाने लगा. यह देख सहपाठी घबरा गए. उन्होंने मदद के लिए आवाज लगाई. साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी. गोताखोर दाऊलाल मालवीय के नेतृत्व में भरत मालवीय, कमलेश सेन, भरत चौधरी, इन्द्र मीणा मौके पर पहुंचे और पानी में उतरकर तलाश शुरू की.
करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद उन्होंने कुशाग्र को बाहर निकाल लिया. मौके पर ही गोताखोरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन उसका दम टूट गया था. पुलिस की मदद से उसे मथुरादास माथुर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कुशाग्र व तीनों अन्य सहपाठी शिकारगढ़ की निजी स्कूल में 11वीं कक्षा के छात्र हैं. मृतक के पिता रणजीतसिंह पेशे से ठेकेदार हैं. कुशाग्र इकलौता पुत्र था. उनके एक पुत्री भी है.
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