अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार. जिले में लगातार गायों की मौत हो रही है. आज फिर पलारी थाना क्षेत्र के ग्राम गातापार कोसमंदी मार्ग पर 22 गाय मृत अवस्था में मिली है. लगातार गायों की मौत पर बड़ा सवाल उठ रहा कि गौवंशों की रक्षा के लिए शासन द्वारा व्यापक प्रबंध क्यों नहीं किया जा रहा है.
आज सुबह ग्राम गातापार कोसमंदी मार्ग पर सड़क किनारे लगभग 23 गायें मिली, जिसमें से 22 गायों की मौत हो चुकी थी. इस घटना से हड़कंप मच गया कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में इन्हें कौन लाया. ग्रामीणों ने घटना की सूचना पलारी पुलिस को दे. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है. वहीं पशु चिकित्सकों की टीम व तहसीलदार मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं. गौवंशों का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार की तैयारी में प्रशासन जुट गया है.
दम घुटने से हुई है गायों की मौत : पशु चिकित्सक
उप संचालक पशु चिकित्सक डाॅ. नरेंद्र सिंह ने बताया कि गायों की मौत दम घुटने से हुई है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इन गायों को कहां रखा गया था, जहां इनकी मौत हो गई और उसके बाद यहां लाकर छोड़ दिया गया. बता दें कि कुछ दिनों पहले लवन थाना क्षेत्र के ग्राम मरदा में ऐसे ही एक छोटे कमरे में 14 गौवंशों को ठुंस-ठुंस कर भरा गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी. आज यह घटना भी कहीं उसी तरह का परिणाम तो नहीं, जिसके बाद उसे यहां लाकर डाल दिया गया.
मरदा मामले में 4 आरोपी हुए थे गिरफ्तार
पिछली घटना में कलेक्टर दीपक सोनी ने कड़ा रूख अख्तियार किया था, जिसके बाद पुलिस ने ग्राम मरदा के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उस घटना के बाद राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने मीडिया से कहा था कि बहुत जल्द भाजपा सरकार गौवंशों की रक्षा के लिए कारगर कदम उठा रही है. उनकी समुचित व्यवस्था की जाएगी पर अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. यह बड़ा सवाल है. फिलहाल इस घटना की पलारी पुलिस जांच कर रही है कि आखिर किसने इन गायों को यहां पर लाकर छोड़ा है.
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