ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की खबरों के बीच मंगलवार को ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर में दर्शन किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें मानवाधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को स्थापित करना होगा. यह हमारा मुख्य लक्ष्य है.

ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूनुस ने यह भी कहा कि अंतरिम सरकार का मुख्य लक्ष्य सभी के लिए मानवाधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना है. उन्होंने कहा, ‘आप बस इतना कहते हैं कि आप इंसान हैं, बांग्लादेश के नागरिक हैं और यह आपका संवैधानिक अधिकार है, जिसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए. बस इसकी मांग करो, इससे ज्यादा कुछ नहीं.’

यूनुस ने कहा कि कानून की नजर में सभी समान हैं, मतभेद पैदा करने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा, ‘मैं यहां यह कहने आया हूं कि हम सभी बराबर हैं, यहां मतभेद पैदा करने की कोई गुंजाइश नहीं है. “कृपया हमें यह स्थापित करने में मदद करें, धैर्य रखें, और बाद में निर्णय लें कि हम ऐसा कर सकते हैं या नहीं. अगर हम ऐसा नहीं कर सकते तो हमें दोष दीजिए. यह मुख्य बात है.”

इससे पहले यूनुस ने अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा करते हुए उन्हें ‘जघन्य’ करार देते हुए सवाल किया था कि क्या वे (अल्पसंख्यक) इस देश के लोग नहीं हैं? आप देश को बचाने में सक्षम हैं, क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते.’ इस बीच हिंदू समुदाय ने सुरक्षा की मांग करते हुए और न्याय की मांग करते हुए अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन किया.