लखनऊ. CBI अधिकारी बनकर पीजीआई के डॉक्टर से ठगी का मामला सामने आया है. जिसमें पीजीआई डॉक्टर रुचिका टंडन से करोड़ों रुपये की ठगी हुई है. आरोपी ने डिजिटल अरेस्ट कर डॉक्टर को 2.81 करोड़ रुपये की चपत लगाई. आरोपी ने डॉक्टर को मनी लांड्रिंग केस में नाम आने का झांसा दिया. फिर 6 दिन के भीतर उसने सात अलग-अलग खातों में पूरी रकम जमा कराई. आखिर में ठगी का एहसास होने पर पीड़िता ने FIR दर्ज कराई. फिलहाल साइबर क्राइम पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक कृष्णानगर की रहने वाली डॉक्टर रुचिका को कुछ दिन पहले अंजान नंबर से फोन आया. जिसने खुद को ट्राई एजेंसी का कर्मचारी बताया. शख्स ने डॉक्टर से कहा कि उनके सारे मोबाइल नंबर बंद किए जा रहे हैं. क्योंकि उनके सिम कार्डों पर 22 बार शिकायत की गई है. इसके बाद ठग ने वीडियो कॉल में राहुल गुप्ता नाम के शख्स से बात कराई. जिसने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया.
फर्जी अधिकारी ने डॉक्टर को कहा कि आपका नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में आया है. साथ ही महिला और बच्चों की तस्करी के मामले में भी उनकी संलिप्तता पाई गई है. इसके बाद ठगों ने कार्रवाई से बचाने के बदले में डॉक्टर से 2.81 करोड़ रुपये वसूल लिए.
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