कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर के पाटन स्थित उड़ाना गांव में स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर है। पिछले कई सालों से बारिश के दिनों में स्कूली बच्चे इसी तरह से घुटने तक पानी से स्कूल जाते हैं। गांव वालों का कहना है कि इस बाबत लोगों ने ग्राम पंचायत से लेकर पीडब्ल्यूडी हर सरकारी दफ्तर के दरवाजे खटखटा चुके हैं लेकिन अब तक उनकी समस्या पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। 

‘साहब हमारे पति जिंदा हैं…’, कलेक्टर के पास पहुंची महिलाएं, जानें क्यों देने लगी पति के होने का सबूत?

इसी कड़ी में एक बार फिर से ग्रामीण और स्कूली बच्चे कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। जहां पर उन्होंने अपनी समस्या को लेकर एक ज्ञापन सौंपते हुए मदद की गुहार लगाई  है। ग्रामीण और स्कूली बच्चों का कहना है कि बारिश में इस पुलिया के ऊपर से 7 से 8 फीट उपर तक पानी बहने लगता है। जिसके चलते वे स्कूल नहीं जा पाते है। या फिर कई किलोमीटर दूर से घूम कर उन्हें कठिन रास्ते से जाना पड़ता है। यही हाल उड़ाना के ग्रामीणों का भी है, जिन्हें बरसात के दिनों में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा पर महामंडलेश्वर का बयान, कहा- पूरे विश्व के हिंदू एक हों…

छात्रा धनुश्री सेन ने बताया कि वह 12वीं क्लास की छात्रा है। उसके गांव में बारिश के दिनों में काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। स्कूल जाने के लिए एक छोटा सा पुलिया बना है, जो बारिश में पूरी तरह से डूब जाता है। इस वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। छात्रा ने कहा कि इससे उनकी पढ़ाई पर भी असर हो रहा है, बोर्ड क्लास होने के बाद भी वो नियमित स्कूल नहीं जा पा रही है। इसलिए उन्होंने कलेक्टर से समया का निदान करने की अपील करते हुए ज्ञापन सौंपा है।     

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m