श्रीगंगानगर. भारतीय रेलवे के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने श्रद्धालुओं की अपार मांग को ध्यान में रखते हुए इस बार सप्त ज्योतिर्लिंग दर्शन ट्रेन चलाने का फैसला किया है. यह यात्रा 10 सितम्बर को राजस्थान में श्रीगंगानगर से रवाना होकर वाया हनुमानगढ़, सादुलपुर, चूरू, सीकर, रिंगस, जयपुर और अजमेर से सवारियां लेती हुई जाएगी. इस यात्रा की अवधि 11 दिन की है जिसमे नागेश्वर (द्वारिकाद्ध) सोमनाथ, त्रयम्बकेश्वर, भीमाशंकर, घृष्णेश्वर, महाकालेश्वर एवं ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के साथ साथ भेंट द्वारका एवं द्वारकाधीष मंदिर को देखने का मौका मिलेगा.

आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक पर्यटन योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि यह भारत गौरव टूरिस्ट ट्रैन कई प्रकार की सुविधाओं जैसे वातानुकूलित थर्ड एसी कोच, आधुनिक किचन-कार से सुसज्जित होगी. यात्रा को दो श्रेणियों स्टैण्डर्ड केटेगरी व कंफर्ट केटेगरी में विभाजित किया गया है. स्टैण्डर्ड केटेगरी का मूल्य 30,155 रुपए रखा गया है जिसमे एसी ट्रैन, नॉन-एसी आवास तथा नॉन-एसी बसों की व्यवस्था रहेगी. कंफर्ट केटेगरी का मूल्य 37,115 रुपए रखा गया है जिसके अंतर्गत एसी ट्रेन के साथ एसी आवास एवं एसी बसों की सुविधा मिलेगी.

  • यह यात्रा 10 सितम्बर 2024 को श्रीगंगानगर से रवाना होकर वाया हनुमानगढ़, सादुलपुर, चूरू, सीकर, रिंगस, जयपुर और अजमेर होते हुए दिनांक 11 सितम्बर 2024 को द्वारका पहुँच जाएगी जहाँ द्वारकाधीष मंदिर के दर्शन करवाए जायेंगे एवं रात्रि विश्राम पुरी में रहेगा.
  • 12 सितम्बर 2024 को नागेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं भेंट द्वारका के दर्शन के पश्चात ट्रैन सोमनाथ के लिए रवाना होगी.
  • 13 सितम्बर यात्रियों को सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए जायेंगे एवं दर्शन पश्चात यात्रियों को ट्रैन द्वारा नासिक ले जाया जायेगा.
  • 14 सितम्बर 2024 को ट्रैन नासिक पहुंचेगी जहाँ यात्रियों को त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए जायेंगे एवं रात्रि विश्राम नासिक में रहेगा.
  • 15 सितम्बर 2024 को ट्रैन नासिक से रवाना होकर 16 सितम्बर 2024 को पुणे पहुंचेगी जहाँ यात्रियों को भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए जायेंगे एवं दर्शन पश्चात यात्रियों को ट्रैन द्वारा औरंगाबाद ले जाया जायेगा.
  • 17 सितम्बर 2024 को ट्रैन औरंगाबाद पहुंचेगी जहाँ यात्रियों को घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करवाए जायेंगे. दर्शन पश्चात यात्रियों को ट्रैन द्वारा उज्जैन ले जाया जायेगा और 18 सितम्बर 2024 को महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन और रात्रि विश्राम होगा.
  • 19 सितम्बर 2024 को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के बाद ट्रेन रात्रि में ट्रैन श्रीगंगानगर के लिए रवाना होगी.
  • 20 सितम्बर 2024 को वाया अजमेर, जयपुर, रिंगस, सीकर, चूरू, सादुलपुर, हनुमानगढ़ होते हुए श्रीगंगानगर पहुंचेगी.

कन्फर्म बर्थ के साथ-साथ, होटल-आवास, खानपान सेवाए ट्रांसपोर्टेशन व मन्दिर दर्शन की सुविधा भी प्रदान करवाई जाएगी. इंस्युरेन्स के साथ सरकार/पीएसयू के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निदेर्शों के आधार पर पात्रता के अनुसार एलटीसी सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं.