धर्मेंद्र ओझा, भिंड। भिंड जिले की सर जमी पर पैर रखते ही जिला पुलिस अधीक्षक डॉ आसित यादव ने प्रभार को संभालते ही जिले में हो रही झूठी एफआईआर पर अंकुश लगाया। उनके कार्यकाल के दौरान, भिंड में अपराधों की बढ़ती घटनाओं को नियंत्रित करने में सफलता मिली है और उनकी कार्यशैली की सराहना हो रही है।

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जिले में जब से डॉ. आसित यादव ने पुलिस अधीक्षक का पदभार संभाला है, उन्होंने झूठी एफआईआर की शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान दिया है। उनकी पहल ने भिंड में पुलिस और जनता के बीच विश्वास को मजबूत किया है। डॉ. यादव की प्राथमिकता जनता की समस्याओं का समाधान और कानून का कड़ाई से पालन करना है।

सादगी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करते हुए, डॉ. यादव ने जिले में अपराध नियंत्रण के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं। उनके कार्यकाल के दौरान, भिंड पुलिस की छवि में सकारात्मक बदलाव आया है। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वे आम जनता के साथ एक अच्छा संबंध रखते हैं और कार्य में तेजी से परिणाम देने पर जोर देते हैं।

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भिंड जिले की जनता और पुलिस विभाग में डॉ. यादव की कार्यशैली की प्रशंसा की जा रही है। उनके नेतृत्व में भिंड को एक नई दिशा मिली है और उनकी कार्यशैली पूर्व पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन की याद ताजा कर रही है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस अधीक्षक की जनता के प्रति लगाव और तेज कार्यशैली ने जिले में सफलता की नई ऊंचाइयों को छूने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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