अजयारविंद नामदेव,शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश का नतीजा यह है कि नदी-नाले उफान पर है। जिले में आए दिन नदी के तेज बहाव में बहने से लोगों के मौत की खबरें आती रही है। बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर नदी के तेज बहाव में मछली पकड़ रहे हैं। जिससे हर पल उनकी जान का खतरा बना हुआ है। जबकि जून माह से लेकर अगस्त माह तक मछली पकड़ने या मारने में प्रतिबंध लगा हुआ है।

जान जोखिम में डालकर मछली पकड़ रहे है

बता दें कि जिले की धनपुरी नगरपालिका क्षेत्र का ये वही बगईया पुल स्टाप डैम है, जो 98 लाख की लागत से तैयार हो रहा था। जो  इस बारिश की मार नहीं झेल सका और बह गया।  जिससे पानी का बहाव तेज है और लोग उस पानी के तेज बहाव में जान जोखिम में डालकर मछली पकड़ रहे है। उन्हे ऐसा करने से रोकने के लिए न तो पुलिस और न ही प्रशासन कोई कदम उठा रही हैं। 

सावधानी हटी दुर्घटना घटी

शहडोल संभाग की सबसे धनी नगर पालिका धनपुरी के बगइया पुल में 98 लाख की लागत से स्टाप डैम निर्माण हो रहा था। गुणवत्ताविहीन निर्माणाधीन स्टाप डैम इस बरसात का मार झेल नहीं सका। जिससे वह पहली बरसात में ही बह गया। जिससे पानी का बहाव तेज है। इसी पानी के तेज बहाव के बीच बगईया नाले में नगर के बच्चे, बूढ़े और जवान जान जोखिम में डालकर मछली पकड़ने में लगे हुए है। इन्हें बिल्कुल भी अपने जान का डर नहीं है। पानी का बहाव इतना तेज है कि यदि थोड़ी भी चूक हुई तो ये लोग पानी के बहाव में बह सकते हैं। 

नदी में बहने से अब तक 4 लोगों की हो चुकी है मौत

बता दें कि जिले में नदी में बहने से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके न तो मछली पकड़ने वाले जान जोखिम में डालकर मछली पकड़ने से बाज आ रहे और न ही पुलिस व प्रशासन उन्हें ऐसा करने से रोक रही है।  वहीं इस पूरे मामले में नवागत शहडोल कलेक्टर केदार सिंह इस खतरे को भांपते हुए मामला उनके संज्ञान में आने के बाद उन्हें ऐसा करने से रोकने की कवायद की जाने की बात कह रहे हैं।

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