विक्रम मिश्र, लखनऊ. कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना से पूरा देश प्रभावित है. उत्तर प्रदेश में भी इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है. यहां पर स्वास्थ्य व्यवस्था ही वेन्टीलेटर पर नजर आ रही है और इसको दुरुस्त करने वाले डॉक्टर्स और मेडिकल कर्मचारी सड़कों पर हैं. मरीजों को लौटाया जा रहा है किसी को दवाई तो किसी के ऑपरेशन के लिए धरती के भगवानों के सामने मिन्नतें करनी पड़ रही है. इन सबके बीच उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने KGMU पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों-कर्मचारियों को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन बात नहीं बनी.
बता दें कि हड़ताल पर डॉक्टरों से मिलने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक KGMU पहुंचे थे. जहां पर डॉक्टर्स ने उनको अपनी मांगों से अवगत करवाते हुए अपनी सुरक्षा का वचन याद दिलाते हुए उनके कलाई पर राखी भी बांधी. मंत्री के मान-मनव्वल के बाद भी डॉक्टर्स और रेजिडेंट काम पर नहीं लौटे हैं.
वहीं दूसरी तरफ देखें तो उत्तर प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था होने के बाद भी प्रदेश के बड़े चिकित्सा संस्थान KGMU में दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ. जिसमें मेधावियों को पदक बांटे गए और रंगारंग कार्यक्रम में KGMU की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उपमुख्यमंत्री एवं स्वाथ्य मंत्री ब्रजेश पाठक मौजूद रहे.
ऐसे में इस आयोजन को लेकर सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है कि इतनी दुश्वारियों के बाद आखिर किस तरह से इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया, जबकि आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य खुद ही बीमारू स्थिति में है.
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