अनमोल मिश्रा, सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। हर रोज किसी न किसी गांव के ग्रामीण डायरिया की चपेट में आ रहे हैं। सोहावल विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य गांव इटमा में डायरिया के मामले सामने आए हैं। नल-जल इकाई का पानी पीने वाले लोग बीमारी की चपेट में हैं। जिन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पताल ले जाया गया है। गंभीर रूप से बीमार तीन लोगों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि बीमार अधिकांश लोग आदिवासी समाज के हैं।

ग्राम इटमा रैगांव विधानसभा में आता है और रैगांव राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का विधानसभा क्षेत्र है। लिहाजा, पीड़ितों का हाल जानने मंत्रीजी भी अस्पताल पहुंच गईं। उन्होंने मरीजों से मुलाकात की और बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को निर्देश दिए। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को क्षेत्र में नजर बनाए रखने के भी निर्देश दिए। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को जैसे ही डायरिया के संबंध में जानकारी लगी तो टीम तुरंत गांव पहुंची। ग्रामीणों को ओआरएस की दवाइयां वितरित की गई। स्वास्थ्य विभाग ने पीएचई के साथ मिलकर क्लोरीनेशन की कार्रवाई की है।

स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, उल्टी-दस्त के 11 केस थे, जिसमें से तीन लोगों को जिला अस्पताल में भेज कर इलाज कराया जा रहा है। शेष लोगों काे घर पर दवाई दी जा रही है। ग्राम में मेडिकल ऑफिसर, एक स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी लगाकर सर्वे और उपचार कराया जा रहा है। ग्राम में पानी का सोर्स हैंडपंप है, पानी का सैंपल भी ले लिया गया है। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर सर्वे कर क्लोरीन की टेबलेट और आवश्यक दवाइयां दे कर रहे हैं। 108 एंबुलेंस भी गांव के लिए लगाई गई है। स्वास्थ्यकर्मी को प्रति 2 घंटे में उक्त ग्राम की स्थिति से अवगत कराने के लिए निर्देशित किया गया है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m