रायपुर. राजधानी के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में 17 से 23 अगस्त 2024 तक ‘दिव्य कला मेला’ का आयोजन किया गया है. दिव्यांगजनों और आम लोगों ने इस मेले की खूब सराहना की है. इस मेले में विशेषकर रक्षा बंधन पर्व के मद्देनजर खरीददारी करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. मेला 16 राज्यों से आए दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों की तरफ से प्रस्तुत विविध शिल्प और उत्पादों की प्रदर्शनी का केंद्र बना हुआ है, जिसमें लोगों ने खरीदारी की और कारीगरों की कला की सराहना की.

मेले में रंग-बिरंगी राखियों से लेकर घर की सजावट, ऊनी और सूती कपड़े, खाद्य पदार्थ, ऑर्गेनिक सामग्री, जूट के सामान, हस्तशिल्प, पश्मीना शॉल, जूते, ज्वैलरी, लकड़ी के उत्पाद, खिलौने और विभिन्न राज्यों के खाने-पीने के स्टाल लगाए गए हैं. यह मेला सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है और प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. मेला 23 अगस्त तक चलेगा.

‘दिव्य कला मेला’ का उद्घाटन केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने किया. यह मेला दिव्यांग उद्यमियों और कारीगरों को अपनी कला और उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है. इस मेला का आयोजन देश के विभिन्न शहरों जैसे नई दिल्ली, वाराणसी, भोपाल, मुंबई, गुवाहाटी, इंदौर, जयपुर, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और पटना में हो चुका है और भविष्य में अन्य शहरों में भी इसकी योजना है.

दिव्य कला मेला में बड़ी संख्या में दिव्यांग और आम लोग शामिल होते हैं. लोगों का कहना है कि यह सरकारी पहल दिव्यांगजनों की उद्यमिता को उजागर करने के साथ-साथ ‘वोकल फॉर लोकल’ की थीम को भी प्रोत्साहित करती है.