पुष्पलेश द्विवेदी, सिंगरौली। NCL (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) अधिकारियों को CBI ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से करीब 4 करोड़ कैश बरामद हुए थे। 17 अगस्त को तलाशी के दौरान CBI को उनके आवास से यह पैसे मिले थे। जिसके बाद NCL के प्रबंधक और CMD के निजी सचिव सूबेदार ओझा को गिरफ्तार किया गया है। यह राशि कथित तौर पर एनसीएल सिंगरौली में उनके संचालन के लिए कई ठेकेदारों और अधिकारियों से एकत्र की गई थी। फिलहाल, उसने पूछताछ जारी है।

CBI ने सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों-व्यापारियों और NCL के कई अधिकारियों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था। NCL के इन अधिकारियों को रिश्वत पहुंचाने और उन्हें सुविधा दे रहा था। रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को भी सीबीआई ने लंबित शिकायतों-जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट प्राप्त करने के एवज में जॉय जोसेफ दामले, उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी, सीबीआई जबलपुर को 5 लाख रुपए की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

रविशंकर सिंह और उनके सहयोगी एनसीएल के अधिकारियों और जेजे दामले के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि 16 अगस्त 2024 को रविशंकर सिंह के निर्देश पर रवि सिंह के कर्मचारी अजय वर्मा ने लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल सिंगरौली से 5 लाख रुपए का उपरोक्त अनुचित लाभ प्राप्त किया था। रिश्वत की रकम कथित तौर पर सूबेदार ओझा ने भेजी थी। 17 अगस्त 2024 को रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह रकम एसीबी जबलपुर, सीबीआई के डिप्टी एसपी जेजे दामले तक पहुंचाने का निर्देश दिया था।

इससे पहले पीसी एक्ट की धारा 7, 7ए, 8 के साथ भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2) के तहत एक नियमित मामला रविशंकर सिंह, मेसर्स संगम इंजीनियरिंग सिंगरौली के निदेशक के खिलाफ दर्ज किया गया था। सिंगरौली, जबलपुर और नोएडा में कई स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में कैश, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m