Raipur News: प्रतीक चौहान. राजधानी रायपुर के तहसील ऑफिस में मानो कुछ ठीक नहीं चल रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां 31 हजार 838 प्रकरण ऐसे है जिसमें तहसील दफ्तर के अधिकारी ये कह रहे है कि इन्हें नामांतरण की जरूरत नहीं है. अब सवाल ये है कि ये कौन से प्रकरण हो सकते ? ये जांच का विषय है कि क्या चढ़ावा के चक्कर में ऐसे प्रकरणों की संख्या नहीं बढ़ाई जा रही… दूसरा सवाल ये है कि क्या इन 31 हजार 838 लोगों को भी ये बताया गया है कि उन्हें अपनी प्रापर्टी का नामांतरण कराने की जरूरत नहीं है ?
लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक 18 अगस्त 2024 की स्थिति में रायपुर के 10 तहसीलदार/अतिरिक्त तहसीलदार औऱ नायब तहसीलदार के पास लंबित राजस्व प्रकरणों की समक्षा की गई. इस अधिकारियों ने उपरोक्त आकड़ों की जानकारी दी है. सूत्रों की माने तो राजधानी रायपुर में फ्लैट बिक्री की संख्या भी ज्यादा है, संभवतः ये भी ये कारण है कि इस सूची में आंकड़े इतने अधिक है. लेकिन सवाल फिर वहीं, क्या कुल 1 लाख 3 हजार 338 में से 31 हजार 838 ऐसे कैसे हो सकते है कि जिन्हें अधिकारियों ने ये बताया है कि इन्हें नामांतरण की जरूरत नहीं है. क्या आपको भी तहसील दफ्तर में अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे है या आपको नामांतरण के लिए भटकाया जा रहा है तो हमें 9329111133 पर संपर्क करें.