पाम ऑयल से कैसे बढ़ जाता है कैंसर का खतरा?

रिसर्च में पता चला है कि पाम ऑयल में पाया जाने वाला फैटी एसिड कैंसर जीनोम को काफी ज्यादा प्रभावित करता है

जिससे इंसानों में बीमारी फैलने की संभावना बढ़ जाती है.

कैंसर का विकास जिसे मेटास्टेसिस के रूप में जाना जाता है, इस बीमारी से पीड़ित मरीजों में मृत्यु का मुख्य कारण है.

पाम ऑयल और कैंसर के बीच का कनेक्शन चलिए जानते हैं....

बाकी तेलों के मुकाबले पाम ऑयल सस्ता होता है. लेकिन इसमें कई सारे पोषक तत्वों की कमी होती है.

इसमें सैचुरेटेड फैट काफी ज्यादा होती है. खाने वाले पैकेट में अक्सर पाम तेल का इस्तेमाल किया जाता है.

साल 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक पाम ऑयल की खपत 8 मिलियन मीट्रिन टन से अधिक बताई गई.

भारत दुनिया में पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक है.

पाम ऑयल खाने से इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है. जिसके कारण डायबिटीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है.

पाम ऑयल में पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है.

खासकर यह कोलन और प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ावा देता है.