जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा  चुनाव, जानिये कैसा है माहौल

जम्मू -कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म करने के बाद पहली बार केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं.

ये विधानसभा चुनाव क़रीब एक दशक के बाद होने जा रहे हैं.

साल 2019 में केंद्र सरकार ने विशेष दर्जा ख़त्म कर जम्मू-कश्मीर को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था.

लद्दाख को भी अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया. जम्मू-कश्मीर में ये विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे.

जम्मू-कश्मीर में बीते दो दशकों में इस बार का चुनाव सबसे कम समय में कराया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के आख़िरी चुनाव साल 2014 में हुए थे.

इस समय जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल का शासन है और मनोज सिन्हा यहां के उपराज्यपाल हैं.

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद बीजेपी लगातार ज़ोर देकर कहती रही है कि जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार उन्हीं की होगी.

लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव भी बीजेपी के लिए परीक्षा से कम नहीं होंगे.