विक्रम मिश्र, लखनऊ. राजधानी लखनऊ में यजदान बिल्डर्स की कारस्तानी किसी से छिपी नहीं है. खराब बिल्ड क्वालिटी धन लेकर रजिस्ट्री नही करना ये सब यजदान बिल्डर की कार्यशैली पुलिस की फेहरिस्त में है. पिछले साल तो खराब बिल्ड क्वालिटी के कारण ही बरसात में इस बिल्डर के द्वारा निर्मित एक अप्पर्टमेंट भरभरा कर जमीदोज हो गया था. जिसमें कई लोगों की जान भी चली गई थी.

अब ताजा मामला न्यायिक अधिकारी से ठगी का है, जिसमे वजीरगंज कोतवाली में पूर्व न्यायिक अधिकारी ने याजदान बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि अपार्टमेंट में फ्लैट देने का झांसा देकर 85 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है. मड़ियांव केशव नगर निवासी ठाकुर प्रसाद सिंह जनपद न्यायाधीश के पद से रिटायर हुए थे. वर्ष 2021 में ठाकुर प्रसाद सिंह ने पत्नी तारा सिंह के साथ महानगर अलाया ऐफटेक रेजीडेंसी में फ्लैट नम्बर 301 याजदान बिल्डर के फहद याजदानी से खरीदा था.

इसे भी पढ़ें – मंगेतर से मिलने पर मिली मौत: लड़की को होटल में बुलाया, पहले उसकी ली जान ली, फिर खुद ट्रेन के आगे कूदा

छह महीने में निर्माण कार्य पूरा कर फ्लैट सौंपे जाने का दावा आरोपियों ने किया था. जो पूरा नहीं हुआ. समय पर अपार्टमेंट भी तैयार नहीं हो सका. इस बीच फहद और उसके साथियों ने फर्जी तरीके से कब्जा प्रमाण पत्र जारी कर दिया. ठाकुर प्रसाद के पड़ताल करने पर फर्जीवाडा किए जाने की जानकारी मिली. आरोपियों ने करीब 85 लाख रुपए रिटायर न्यायिक अधिकारी से वसूले थे.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक