जालंधर पश्चिमी उपचुनाव के बाद, पंजाब में बुधवार को बीजेपी नेता फिर से सक्रिय हो गए हैं. मोहाली में बीजेपी की सदस्यता मुहिम की शुरुआत हो गई है. इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय सह-प्रधान लक्ष्मीकांत, पंजाब के अध्यक्ष सुनील जाखड़, प्रदेश सदस्यता प्रमुख मनोरंजन कालिया, और संगठन मंत्री श्रीनिवास सुलू उपस्थित थे.
इस अवसर पर सदस्यता के लिए एक मिस्ड कॉल नंबर 8800002024 जारी किया गया है, जिस पर लोग मिस्ड कॉल देकर सदस्य बन सकते हैं.
इस मौके पर पंजाब बीजेपी अध्यक्ष जाखड़ ने कहा कि बीजेपी हर 6 साल बाद अपनी सदस्यता की प्रक्रिया को नए सिरे से करती है. यह प्रक्रिया कोरोना काल के दौरान पूरी नहीं हो सकी थी. इससे पहले पूरे देश में बीजेपी के 18 करोड़ सदस्य थे, जो इसे दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाते हैं. पार्टी द्वारा इस लक्ष्य को फिर से हासिल किया जाएगा.
मुहिम से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया. यह मुहिम 1 सितंबर से चलाई जाएगी, लेकिन इसकी औपचारिक शुरुआत आज से हो गई है. इस दौरान सदस्यता मुहिम को कैसे चलाना है, कितने लोगों को जोड़ना है, इस पर विचार-विमर्श हो रहा है. हालांकि, पंजाब में लोगों को पार्टी से जोड़ना किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि किसान आंदोलन अभी भी जारी है. इस वजह से गांवों में लोग पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं.
वोट बैंक में बढ़ोतरी बीजेपी के लिए राहत की खबर
बीजेपी के लिए अच्छी बात यह है कि इस बार लोकसभा चुनावों में भले ही बीजेपी पंजाब में कोई भी सीट नहीं जीत सकी, लेकिन वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई है.
18.56% वोट शेयर हासिल कर बीजेपी क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल (बादल) से बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. यह पहली बार हुआ है जब दोनों पार्टियों ने अलग-अलग लोकसभा चुनाव लड़े हैं. इस चुनाव में अकाली दल को 13.42% वोट मिले हैं, यानी 18 लाख 8 हजार 837 वोट. पार्टी सिर्फ बठिंडा सीट पर ही जीत दर्ज कर सकी.
- मनचले को युवती के साथ छेड़छाड़ करना पड़ा भारी, बीच चौराहे चप्पलों से की धुनाई, फिर हाथ जोड़े, पैर छूए कान पकड़कर माफी भी मांगी, Video वायरल
- Bihar News: RJD का धरना प्रदर्शन, आरक्षण लागू करने की मांग
- Share Market Investment : क्या आपको भी चाहिए 40 परसेंट से ज्यादा मुनाफा, ये शेयर्स आपको बना देंगे मालामाल
- सुभद्रा योजना : ओडिशा सरकार ने कुछ जिलों का किया सत्यापन, जानें क्या है मामला
- Bihar News: बारिश के कारण बिहार में बढ़ेगी ठंड, ‘फेंगल’ चक्रवाती तूफान का असर