अमित मिश्रा, रायपुर।  रायपुर में प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा की ऐसी करतूत सामने आई है जिसने पूरी इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. अस्पताल में एक मरीज़ की मौत के बाद उसकी लाश को लेकर श्मशान छोड़ दिया. मरीज़ की मां बार-बार अस्पताल वालों से गुहार लगाती रही कि उसके बेटे की लाश को घर छोड़ दिया जाए ताकि वो विधिपूर्वक उसके क्रियाकर्म की व्यवस्था कर सके.

अनिल कुमार आहूजा स्टेशन रोड पर चाय की दुकान लगाता था. इससे उसका और उसकी मां का गुज़ारा होता था. बुधवार को अचानक उसके पेट में दर्द हुआ जिसके बाद उसकी मां ने उसको मेकाहारा में दाखिल कराया. लेकिन सही समय पर इलाज न मिलने से उसकी मौत हो गई.

बेटे की मौत के बाद उसकी मां बेसहारा हो गई. उसने अस्पताल प्रबंधन से अपने बेटे की लाश को उसके घर पहुंचाने के लिए कहा ताकि वो आस-पड़ोस के लोगों से पैसे लेकर उसका अंतिम संस्कार कर सके.

अस्पताल प्रबंधन ने किसी लावारिस की तरह अनिल कुमार आहूजा की लाश को महादेव घाट में छोड़ दिया. उसकी मां बिलखती रही. रोती रही, गिड़गिड़ाती रही कि उसके पास पैसे नहीं है. वो अपने बेटे का अंतिम संस्कार यहां कैसे करेगी. लेकिन उसकी एक न सुनी गई. और अस्पताल की गाड़ी बेटे को गरीब मां के साथ छोड़कर चलती बनी.

उसके बाद दूसरे लोग जो वहां अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे. उन्होंने उस बुर्जुग महिला की मदद करते हुए उसके बेटे का अंतिम संस्कार करवाया.

देखिए वीडियो

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