सीनियर IAS अफसर गोविंद मोहन नए केंद्रीय गृह सचिव बनाए जाएंगे. गोविंद मोहन, अजय कुमार भल्ला की जगह लेंगे, जिन्होंने 5 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है. गोविंद मोहन 1989 बैच के सिक्किम काडर के IAS अफसर हैं.

उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से बीटेक किया हुआ है. इसके अलावा उन्होंने IIM अहमदाबाद से PG डिप्लोमा किया है. इससे पहले वह केंद्रीय संस्कृति सचिव के रूप में काम कर रहे थे. मोहन केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष ड्यूटी पर एक अधिकारी के रूप में शामिल हुए हैं. उनके पास सिक्किम और केंद्र सरकार दोनों के भीतर अलग-अलग भूमिकाओं में काफी ज्यादा अनुभव है.

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अपनी नई नियुक्ति से पहले, मोहन ने गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में काम किया. वह केंद्रशासित प्रदेशों सहित प्रमुख प्रभागों की देखरेख करते थे. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के कार्यान्वयन का प्रबंधन और राज्य सरकारों के साथ प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मोहन के सामने तात्कालिक चुनौती जम्मू-कश्मीर में सुचारू और सुरक्षित विधानसभा चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग के साथ मिलकर काम करना होगा. चुनाव आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में 18 सितंबर से तीन चरणों में मतदान प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है.

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केंद्रीय संस्कृति सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, मोहन ने मोदी सरकार की 2 महत्वपूर्ण पहलों को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यह था आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा अभियान. आजादी का अमृत महोत्सव भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के रूप में शुरू किया गया था. वहीं, हर घर तिरंगा अभियान राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन को बढ़ावा देने वाला है. इसके तहत तिरंगा यात्रा, रैलियों और दौड़ का आयोजन होता है. हर घर तिरंगा पहल के तहत, झंडे के उत्पादन ने स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में महिलाओं के लिए रोजगार के कई अवसर पैदा किए हैं.