भुवनेश्वर : चिकिटी शराब त्रासदी पर मचे बवाल के बीच ओडिशा के आबकारी मंत्री पृथ्‍वीराज हरिचंदन ने शुक्रवार को राज्‍य में डांस बार पर पूर्ण प्रतिबंध की घोषणा की।

विधानसभा में स्‍थगन प्रस्‍ताव के दौरान उन्‍होंने कहा, ”ओडिशा में डांस बार बंद किए जाएंगे। सरकारी संपत्तियों पर चल रही अवैध शराब की दुकानों को बुलडोजर से गिराया जाएगा। अवैध शराब के कारोबार का नेटवर्क भी एक साल के भीतर पूरी तरह से नष्‍ट कर दिया जाएगा।” मंत्री ने आगे बताया कि ‘ओडिया अस्मिता’ के अनुरूप नई अबकारी नीति पेश की जाएगी।

उन्‍होंने कहा, ”धार्मिक संस्‍थानों, स्‍कूलों, कॉलेजों और अन्‍य शैक्षणिक संस्‍थानों के आस-पास शराब की दुकानें नहीं होने दी जाएंगी।” बीजद विधायक अरुण साहू के बयान पर प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करते हुए हरिचंदन ने कहा कि अबकारी विभाग के मंत्री का पदभार संभालने के बाद उन्‍होंने अवैध संचालन को चुनौती के रूप में लिया है।

उन्होंने कहा, “हमने स्कूलों और कॉलेजों के पास की दुकानों से बार और शराब हटाकर बुराइयों को दूर करने का अभियान शुरू किया है। हम उन अवैध शराब की दुकानों को ढहा देंगे, जिन्हें पिछली सरकार के दौरान अनुमति दी गई थी।”

डांस बार पर प्रतिबंध

प्रतिबंध की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब शहर में डांस बार में काम करने वाली महिलाओं ने आबकारी अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे भुवनेश्वर में लाइसेंस प्राप्त विदेशी शराब की दुकानों को उनके परिसर में नृत्य प्रदर्शन आयोजित करने की अनुमति फिर से शुरू करने का अनुरोध किया। भाजपा ने पहले भी नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली पिछली बीजद सरकार पर भुवनेश्वर में डांस बार को लाइसेंस देकर ओडिया लोगों की संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। प्रतिबंध को पूरे राज्य में लागू किए जाने की उम्मीद है, सरकार इसे लागू करने के लिए औपचारिक अधिसूचना और दिशा-निर्देश जारी करने वाली है।

विपक्ष की प्रतिक्रिया

विपक्ष के कुछ लोगों ने इस फैसले का स्वागत किया है, जबकि अन्य ने इसे “बिना सोचे समझे लिया गया फैसला” बताया है। “डांस बार बंद कर दिए जाने चाहिए, क्योंकि युवाओं और छात्रों का जीवन बर्बाद हो रहा है। धार्मिक संस्थानों और शैक्षणिक संस्थानों के पास शराब की दुकानों को स्थानांतरित करने की भी आवश्यकता है। कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बहिनीपति ने कहा कि गांवों में अवैध इकाइयां भी बंद होनी चाहिए। पिछली सरकार के दौरान, शराब से राजस्व कमाने के लिए बहुत सारे काम किए गए थे।