Rajasthan News: जयपुर: प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी भवनों पर सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने सरकारी इमारतों पर एक हजार मेगावाट क्षमता के सोलर रूफटॉप लगाने की योजना को गति दी है और इसके लिए टेंडर जारी कर दिए हैं. कुल निर्धारित क्षमता में जयपुर में सबसे अधिक 400 मेगावाट और राजसमंद में सबसे कम 3.27 मेगावाट के सोलर प्लांट स्थापित किए जाएंगे.

सरकारी इमारतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया में सभी सरकारी भवनों को शामिल किया जाएगा. जारी किए गए टेंडरों के तहत टेंडर प्राप्त करने वाली कंपनियों को 25 वर्षों तक संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी दी जाएगी. टेंडर प्रक्रिया में कम से कम पांच मेगावाट और अधिकतम सौ मेगावाट तक के टेंडर जारी किए जाएंगे. इसके लिए 8 अगस्त तक प्री-बिड मीटिंग हो चुकी है और 29 अगस्त को टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद 30 अगस्त को टेंडर खोले जाएंगे. टेंडर में भाग लेने वाली कंपनियों के पास कम से कम एक मेगावाट सोलर प्लांट स्थापित करने का अनुभव होना आवश्यक है.

टेंडरों को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित किया जाएगा

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के एमडी नथमल डिडेल के अनुसार, प्रदेशभर में एक हजार मेगावाट के इन सोलर प्लांट के स्थापित होने से बिजली की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. सरकार खेती की जमीनों पर भी सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. सरकारी भवनों पर सोलर पैनल के लिए टेंडर को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक बोलीदाता भाग ले सकें और काम तेजी से पूरा हो सके. संभवतः एक साल में प्रदेश की सभी सरकारी भवनों पर रूफटॉप सोलर लगाने का लक्ष्य रखा गया है. सरकारी इमारतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाने से न केवल बिजली की मांग पूरी होगी, बल्कि जनता को पावर कट से भी काफी हद तक राहत मिलेगी.

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