विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने पोस्टर बॉय अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट दिया है. तो भाजपा की तरफ से सीएम योगी ने इस सीट को जीताने का जिम्मा संभाला है. लेकिन भाजपा इसके साथ ही साथ युवाओं और फर्स्ट टाइम वोटर्स पर भी ध्यान केंद्रित किए हुए है. यही कारण है कि सरकार युवाओं को रोजगार मेले के जरिए रोजगरित कर अपना प्रचार तो कर ही रही है.

भाजपा समाजवादी पार्टी के दबदबे वाले विधानसभा करहल (मैनपुरी) में 27 अगस्त को रोजगार मेले का आयोजन करने जा रही है. इसके बाद 28 तारीख को खैर (अलीगढ़) में रोजगार मेला लगाया जाएगा. इसके पहले कटेहरी (अम्बेडकरनगर), मिल्कीपुर (अयोध्या) और मुज्जफरनगर में रोजगार मेले के आयोजन किया जा चुका है. साथ ही साथ खैर में रोजगार मेले के आयोजन के बाद से मिर्जापुर और मुरादाबाद में रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा. ये सभी वो विधानसभा क्षेत्र हैं जहां पर उपचुनाव होना है.

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इधर पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजपाल कश्यप की मानें तो भाजपा हर फ्रंट पर चुनाव हार रही है. 2 करोड़ नौकरियों का वादा था. लेकिन ये सरकार तो रोजगार छीन रही है. समाजवादी पार्टी हर मोर्चे पर युवाओं और देश की गरीब जनता के साथ खड़ी है.

अब तक बांटे गए 17 हजार नियुक्ति पत्र

योगी सरकार ने अगस्त में अब तक आयोजित रोजगार मेला के माध्यम से अयोध्या और अंबेडकरनगर में 12 हजार से ज्यादा नियुक्ति पत्र वितरित किए थे तो वहीं मुजफ्फरनगर में भी करीब 5 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए गए. यानी कुल 6 दिनों में आयोजित तीन रोजगार मेला के जरिए सरकार ने 17 हजार नियुक्ति पत्र वितरित किए हैं. इन रोजगार मेला में विभिन्न कंपनियों ने प्रतिभाग किया और नौजवानों को मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, टेलीकॉम, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और आईटी जैसे सेक्टर में जॉब ऑफर किए गए.

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योगी सरकार का लक्ष्य युवाओं को सरकारी नौकरी के साथ-साथ निजी कंपनियों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का है, जिसके लिए सरकार की ओर से युवाओं के कौशल विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सरकार की योजना 2024 में इन रोजगार मेलों के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को निजी कंपनियों में नियोजित करने की है. बता दें कि योगी सरकार पिछले साढ़े सात वर्षों में साढ़े 6 लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी के अलावा संविदा के माध्यम से 3.75 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी से जोड़ा गया है. वहीं, दो करोड़ लोगों को निजी क्षेत्र/एमएसएमई के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है.