विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में जारी अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग की लिस्ट में उम्र का पेंच फंस गया है. इस लिस्ट में आए नाम में अध्यक्ष , उपाध्यक्ष और सदस्यों में कई की उम्र 65 साल से अधिक है. नियम के अनुसार, आयोग में तैनाती के लिए अधिकतम उम्र की सीमा 65 साल है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश में दो दिन पहले जारी हुई लिस्ट में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग की सूची में अध्यक्ष पद पर पूर्व विधायक बैजनाथ रावत का नाम फाइनल हुआ था. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए बेचन राम और जीत सिंह खरवार का नाम फाइनल हुआ था. इसके अलावा सदस्य पद के लिए महिपाल वाल्मीकि, संजय सिंह, दिनेश भारत, हरेंद्र जाटव, शिवनारायण सोनकर, नीरज गौतम, रमेश कुमार तूफानी, नरेंद्र सिंह खजूरी, तीजाराम, विनय राम, अनिता गौतम, उमेश कठेरिया, रमेश चंद्र, अजय कोरी, जितेंद्र कुमार और अनीता कमल के नाम शामिल थे.

जानकारी के मुताबिक, इस पर आयोग की लिस्ट फाइनल होने के बाद पार्टी के भीतर ही उम्र को लेकर विवाद हो गया, जिस पर आयोग ने दस्तावेजों की जांच के बाद फैसला लेने का निर्णय किया है. यूपी अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग में इन पदों में एक वर्ष के लिए तैनाती होती है, जिसमें उनकी उम्र 65 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए. सूची में आए सभी नामों को अब समाज कल्याण विभाग के लिए भेजे गए हैं. तो वहीं जानकारी के मुताबिक समाज कल्याण विभाग के पास इन लोगों की उम्र से संबंधी कोई भी दस्तावेज अभी उपलब्ध नहीं है.