चंडीगढ़। पर्ल्स गोल्डन फारेस्ट व पर्ल्स एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसीएल) कंपनियां बनाकर निवेशकों की निंद अब उड़ गई है। पर्ल्स ग्रुप के एमडी निर्मल सिंह भंगू की मौत के बाद लोगों को यह उम्मीद नहीं रही कि अब उनका पैसा उन्हें मिल पाएगा भांगू के घोटाले में कई लोगों ने अपना करोड़ों रुपए फसाया था जो अब लोगों को डूबता हुआ नजर आ रहा है।

इस महा ठग ने इस से 60 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया था। जेल में ही हुई उनकी मौत के बाद निवेशकों की चिंता अब बढ़ गई है कई सालों से निवेशक अपने पैसे को लेकर लड़ाई लड़ते आ रहे हैं लेकिन अब भांगू की मौत के बाद लोगों की चिंता और भी बढ़ गई है लेकिन इन सभी के बीच में एक राहत देने वाला बयान भी सामने आया है। पंजाब के निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे ‘इंसाफ दी आवाज’ संगठन के अध्यक्ष महिंदर पाल सिंह दानागढ़ का दावा है कि भंगू की मौत से निवेशकों को पैसा मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी क्योंकि 2016 के बाद से भंगू का निवेशकों के पैसे लौटाने में कोई दखल नहीं था।

सूत्र के अनुसार पैसा केंद्र की ओर से दिया जाना है क्योंकि केंद्र ने भंगू की कंपनियों की संपत्तियां जब्त की हुई हैं। उन्होंने बताया कि भंगू की कंपनियों में निवेश करने वाले कुछ लोगों को लगभग 400 करोड़ रुपये वापस मिले भी हैं। यह पैसा सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरएम लोढ़ा कमेटी की ओर से दिए गए थे। सेबी व निवेशकों ने 2003 में सुप्रीम कोर्ट में पर्ल्स समूह के खिलाफ मामला दायर किया था। इस जानकारी के सामने आने के बाद कुछ निवेशको ने राहत की सांस ली है और उन्हें उम्मीद है कि शायद उनकी लड़ाई अब खत्म हो सकती है और उनका घोटाले में फंसा पैसा वापस मिल सकता है।