देहरादून। असम राइफल में तैनात देवभूमि उत्तराखंड का लाल ‘हजारी सिंह’ पंचतत्व में विलीन हो गए। सैन्य सम्मान के साथ पूर्णानंद घाट पर उनका अंमित सस्कार हुआ। इस दौरान सरकार की ओर से मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद को श्रद्धांजलि दी और परिजनों को मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
वहीं सीएम धामी ने भी दुख व्यक्त करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- असम में माँ भारती की रक्षा करते हुए टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हजारी सिंह जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शोक जताते हुए कहा कि जिस प्रकार से देश के सभी बॉर्डर पर उत्तराखंड के जवान भारत माता की सेवा कर रहे हैं, दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो रहे हैं, इसके लिए उत्तराखंड जितना खुद को गौरवशाली समझता है। उतना ही शहीद होने पर दुख भी व्यक्त करता है। सरकार इस दुख की घड़ी में शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है।
बता दें कि मूल रूप से देवप्रयाग टिहरी के रहने वाले हजारी चौहान असम राइफल में मणिपुर में तैनात होकर भारत माता की सेवा कर रहे थे। अचानक उनका स्वास्थ्य खराब हुआ और धीरे-धीरे स्वास्थ्य बिगड़ता चला गया। इलाज के दौरान उन्होंने शरीर त्याग दिया। यह खबर मिलने के बाद उनके परिवार वालों में सनसनी मच गई और पूरे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई।
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