रायपुर. भूपेश मंत्रिमंडल में एक महिला विधायक को भी शामिल किया जाएगा. अब यह मंत्री कौन बनेगा इसके लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या अनिला भेड़िया बनेंगी, या अंबिका सिंहदेव या अनिता शर्मा या फिर कोई और…
दरअसल, भूपेश बघेल पहले ही कह चुके हैं कि पहली बार निर्वाचित होने वाले किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया जाएगा. इस लिहाज़ से दूसरी बार विधायक बनी अनिला भेड़िया का दावा पक्का माना जा रहा है. इसके अलावा अनिला भेड़िया आदिवासी समुदाय से आती हैं. इस लिहाज़ से वे महिला के साथ आदिवासी कोटे को भी साधती नज़र आ रही हैं. लेकिन जब क्षेत्रीय संतुलन की बात होती है तो अनिला भेड़िया का दावे पर कुछ सवाल खड़े होने लगते हैं.
अनिला भेड़िया दुर्ग संभाग से आती हैं, जहां से पहले से ही ताम्रध्वज साहू मंत्रिमंडल में शामिल हैं. इसके अलावा दुर्ग से मंत्री पद के तीन दावेदार प्रबल – रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर और अरुण वोरा हैं. इसमें से कम से कम दो का मंत्री बनने तय हैं. इसके बाद अगर अनिला भेड़िया को भी जोड़ दिया जाए तो पांच मंत्री दुर्ग संभाग से होंगे. कांग्रेस यब कह सकती है कि अनिला भेड़िया को कांकेर लोकसभा सीट के कोटे से मंत्री बनाया गया है. लेकिन क्या इसके लिए कांकेर जिले के विधायक तैयार होंगे. यह बड़ा प्रश्न है. इस प्रश्न में पेंच फंस गया तो फिर महिला कोटे से कौन मंत्री बनेगा.
अटकलों के बाज़ार के मुताबिक, अगर अनिला भेड़िया की किस्मत खराब रही तो रायपुर से अनिता शर्मा या बलौदा बाज़ार से शकुंतला साहू का नाम है. शकुंतला साहू ने दिग्गज गौरीशंकर अग्रवाल को 50 हज़ार से हराया है. इसी तरह अनिता शर्मा के पति योगेंद्र शर्मा ने अपनी शहादत झीरम में दी है. इसके अलावा बैकुंठपुर से पहली बार चुनी गईं अंबिका सिंहदेव का भी नाम मंत्री के दौर पर लिया जा रहा है. अंबिका पूर्व वित्त मंत्री रामचंद सिंहदेव की भतीजी हैं. हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बैकुंठपुर से प्रदेश के खेल मंत्री भईया लाल राजवाड़े को बड़े अंतर से हराया है.