Cyclone Asna : गुजरात में लगातार भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ (Gujarat Flood) ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। अहमदाबाद से लेकर वडोदरा तक और कच्छ से लेकर द्वारका तक सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका वडोदरा है, जहां कई रेजिडेंशियल कंपाउंड में पानी भर चुका है। गुजरात में पिछले तीन दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 18 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, मौसम विभाग के एक और अपडेट ने गुजरात की चिंता बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने गुजरात में एक चक्रवात असना (Cyclone Asna) के उठने की संभावना जताई है। अगले कुछ घंटों में कच्छ में चक्रवाती तूफान दस्तक दे सकता है।

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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी एक राष्ट्रीय बुलेटिन में कहा गया है कि गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर एक चक्रवात बन रहा है जिसके शुक्रवार को अरब सागर के ऊपर उभरने और ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है। मौसम कार्यालय ने कहा कि 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर के ऊपर उठने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान होगा।

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इस बीच मुख्यंमत्री भूपेंद्र पटेल गुरुवार रात वडोदरा से गांधीनगर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे। उन्होंने कच्छ के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से वहां आने वाले चक्रवात को लेकर की गई तैयारियों का जायया लिया। मुख्यमंत्री ने इस आपदा से लोगों को बचाने के लिए जहां भी आवश्यक हो तत्काल प्रभाव से लोगों को निकालने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि लोगों को बाहर निकालने के लिए भरपूर प्रयास हो।

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मौसम विभाग ने जारी किया बारिश का अलर्ट

गुजरात में ज्यादातर हिस्सों में शुक्रवार को झमाझम बारिश होने वाली है। मूसलाधार बारिश की वजह से कुछ जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया गया है। आईएमडी ने बताया है कि सौराष्ट्र, कच्छ, जामनगर, पोरबंदर और द्वारका के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राजकोट, जूनागढ़, मोरबी आदि जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हुई है। इन जिलों में भारी बारिश होने वाली है। बनासकांठा, पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद, महिसागर, वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, तापी, नवसारी, वलसाड और दादरा नगर हवेली में भी भारी बारिश देखने को मिलने वाली है।

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पीएम मोदी ने की CM से बात

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”गुजरात में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लगातार दूसरे दिन मुझे फोन किया और स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री ने विश्वामित्री नदी में आई बाढ़ पर चिंता जताई और वडोदरा के लोगों के लिए राहत और बचाव के उपायों के बारे में भी जाना। पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्य के सभी जिलों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली और राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बाढ़ के बाद बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सफाई के उचित उपाय किए जाएं।

अगस्त के महीने में चक्रवाती तूफान का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि

आईएमडी के मौसम विज्ञानी ने कहा कि अगस्त के महीने में अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान का विकसित होना एक दुर्लभ गतिविधि है। 1944 का चक्रवात भी अरब सागर में उभरने के बाद तीव्र हो गया और बाद में समुद्र के मध्य में कमजोर हो गया। 1964 में, दक्षिण गुजरात तट के पास एक छोटा चक्रवात विकसित हुआ और तट के पास कमजोर हो गया। इसी तरह, पिछले 132 वर्षों के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर अगस्त के महीने में कुल 28 ऐसे सिस्टम बने हैं।

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सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, इस साल 1 जून से 29 अगस्त के बीच सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 799 मिमी बारिश हुई है, जबकि इसी अवधि में सामान्य 430.6 मिमी बारिश होती है। इस अवधि में सामान्य से 86 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई। आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तरी आंध्र प्रदेश और आसपास के दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ने और रविवार तक पश्चिम-मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर दबाव में तब्दील होने की संभावना है।

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