अमित कोड़ले, बैतूल। मध्य प्रदेश में बैतूल जिले के मुलताई थाना क्षेत्र के ग्राम चिचंडा में धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया है। गुरुवार शाम को पहले से धर्मांतरण कर चुके एक आदिवासी परिवार ने अपने खेत पर धर्मांतरण सभा आयोजित की थी। इस सभा में 50 से 60 आदिवासी और दलित समुदाय के लोग शामिल हुए थे, जबकि मुंबई से आए ईसाई धर्म के दो प्रचारक प्रवचन दे रहे थे।

सभा के दौरान हिंदू धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही गईं, जिसे सुनकर एक स्थानीय युवक ने विरोध किया। विवाद बढ़ने पर युवक ने गांव के सरपंच और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों धर्म प्रचारकों को हिरासत में लिया। जानकारी के अनुसार दोनों पिता-पुत्र हैं। इसके साथ ही सभा आयोजित करने वाले चार स्थानीय लोगों को भी हिरासत में ले लिया गया।

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पुलिस ने मौके से कुछ आपत्तिजनक साहित्य भी जब्त किया है। हिरासत में लिए गए सभी छह लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 299 और धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।

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बैतूल जिले में धर्मांतरण का यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ईसाई मिशनरियों द्वारा आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों को लगातार धर्मांतरण के लिए टारगेट किया जा रहा है।

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