अमृतसर. पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर जल्द ही चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए प्रमुख राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं. हरियाणा विधानसभा चुनावों के साथ इन सीटों पर उपचुनाव होने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब संभावना है कि ये उपचुनाव नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ होंगे.

इन सीटों पर होगा उपचुनाव


बरनाला से आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक मीत हेयर, गिद्दड़बाहा से कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, डेरा बाबा नानक से कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा, और चब्बेवाल से कांग्रेस विधायक डॉ. राजकुमार चब्बेवाल के सांसद बनने के कारण इन सीटों पर उपचुनाव जरूरी हो गया है.

राजनीतिक पार्टियों ने शुरू की तैयारियां:


चुनाव जीतने के लिए सभी प्रमुख दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. राजनीतिक दलों के नेता लगातार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं और अपने कार्यकर्ताओं को लोगों तक पार्टी की नीतियों को पहुंचाने का निर्देश दे रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने बैठकों की श्रृंखला शुरू कर दी है, वहीं आम आदमी पार्टी भी अपनी सक्रियता दिखा रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी चंडीगढ़ में जिला प्रधानों के साथ बैठकें की हैं, जिसमें उन्होंने सभी से फीडबैक लिया और किसी भी असंतोष को खुलकर सामने रखने के लिए कहा.

राजनीतिक दलों की रणनीति:

शिरोमणि अकाली दल इस बार किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता और पार्टी प्रमुख लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं ताकि पिछली हार से बचा जा सके. गिद्दड़बाहा सीट अकाली दल के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, और चर्चा है कि इस सीट से शिअद के प्रधान सुखबीर बादल चुनाव लड़ सकते हैं. दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता भी इस समय काफी सक्रिय हैं. पार्टी सदस्यता अभियान चला रही है ताकि अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जा सके. पिछले चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा था, जिसे सुधारने के लिए पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ लगातार बैठकें कर रहे हैं. मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस अभियान में जुटे हुए हैं और हाल ही में उन्होंने मालवा नहर परियोजना और गुरदासपुर जिले में रेलवे फ्लाईओवर का शुभारंभ किया है.

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