अमृतसर। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे. यह उनकी पहली अमृतसर यात्रा थी, उनके साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान भी थे. राज्यपाल कटारिया के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर भी मौजूद थीं.
मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम मान ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर जवाब नहीं देंगे. उल्लेखनीय है कि पंजाब विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. राज्यपाल की ओर से बुलाया गया यह पहला मानसून सत्र है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम मान ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल नियुक्त होने के बाद वे अपने परिवार समेत यहां मत्था टेकने आए हैं. परमात्मा हमें आशीर्वाद दे ताकि हम अपने अधिकार क्षेत्र में लोगों के विकास के लिए काम करते रहें. इसके साथ ही सीएम ने स्पष्ट किया कि आज वे किसी भी राजनीतिक मुद्दे का जवाब नहीं देंगे.

इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि वे पंजाब के राज्यपाल के रूप में आए हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब वह क्षेत्र है, जिसकी कुर्बानी की वजह से भारत की यह संस्कृति आज तक सुरक्षित है. हर कोई यहां आकर मत्था टेकने की इच्छा रखता है और आज वे यहां पहुंच गए हैं. वाहेगुरु कृपा करें कि वे पंजाब और चंडीगढ़ के विकास के लिए काम कर सकें. देश और पंजाब में शांति बनी रहे. देश को तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए.

31 जुलाई को संभाला था चार्ज

पंजाब के राज्यपाल के रूप में गुलाब चंद कटारिया ने 31 जुलाई को पदभार संभाला था. इसके बाद सीएम भगवंत मान से भविष्य के संबंधों के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था, समय बताएगा. इसके बाद राज्यपाल कटारिया द्वारा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की गई बैठक को लेकर काफी हंगामा हुआ. विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाने की कोशिश की, लेकिन राज्यपाल और मुख्यमंत्री चुप रहे.

पहला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया

राज्यपाल कटारिया 31 जुलाई को पदभार संभालने से पहले ही हरमंदिर साहिब के दर्शन करना चाहते थे. लेकिन खराब मौसम के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया. अब जब पहला सत्र शुरू होने वाला है, तो राज्यपाल कटारिया ने फिर से अमृतसर हरमंदिर साहिब में मत्था टेकने की इच्छा जताई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ अमृतसर पहुंच गए हैं.