फरीदकोट। सिख नेताओं ने मांग की है कि सरकार बेअदबी और गोलीकांड मामलों की सुनवाई फिर से फरीदकोट अदालत में करवाए. सरकार को बेअदबी और गोलीकांड मामलों से जुड़े 295ए के मुकदमों में डेरा मुखी के खिलाफ कार्रवाई की मंजूरी देनी चाहिए.
सिख नेताओं ने कहा कि आज का यह प्रदर्शन प्रतीकात्मक है, और अगर आने वाले दिनों में सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो इन घटनाओं को लेकर एक बड़ा संघर्ष शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम सुखबीर सिंह बादल को तनखैया घोषित करने के फैसले से सहमत नहीं हैं. जिन जत्थेदारों ने उन्हें तनखैया घोषित किया है, वे भी उनके ही निकटवर्ती हैं. इस प्रदर्शन में बहिबल गोलीकांड में जान गंवाने वाले किशन भगवान सिंह और गुरजीत सिंह सरावां के परिवार के सदस्य भी शामिल हुए. इस प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
2015 में हुआ था बरगाड़ी कांड
कोटकपूरा के मुख्य चौक में 2015 के बरगाड़ी बेअदबी मामले और उससे जुड़े बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड की घटनाओं का अब तक न्याय नहीं मिला है. इसके रोष में सिख संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और समय की सरकारों के प्रति आक्रोश व्यक्त किया.