रायपुर- राज्य शासन में सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव अनिल टुटेजा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर नान मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है.19 दिसंबर को मुख्यमंत्री के नाम लिखे गये पत्र में टुटेजा ने कहा है कि इस मामले में शुरु से ही एसीबी की भूमिका संदिग्ध रही है और उसके अधिकारियों ने सत्ता में बैठे शक्तिशाली लोगों को बचाने के लिये मेरे खिलाफ षडयंत्र कर मुझे आरोपी बना दिया. उन्होंने चुनाव के दौरान एसीबी द्वारा आनन फानन में चालान पेश करने की कार्रवाई को भी षडयंत्र का हिस्सा करार दिया और कहा कि तात्कालीन सरकार के दबाव में अधिकारियों ने आनन फानन में चालान पेश कर सत्ता से जुड़े शक्तिशाली लोगों को बचाने का प्रयास किया है और मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है.

टुटेजा ने पत्र में लिखा कि एसीबी ने  फरवरी 2015 में जब एसीबी ने नान के कार्यालयों और अधिकारियों के आवासों पर छापेमार कार्रवाई की थी,तब उस दौरान एसीबी के अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी थी कि नान में अनियमितता का यह मामला 2002 से चल रहा है और इस दौरान अरबों रुपये का भ्रष्टाचार किया जा रहा था.एसीबी ने मीडिया को यह भी बताया था कि जब्त किये गये दस्तावेजों में भ्रष्टाचार की राशि प्राप्त करने वाले कई दबंग नेताओं और अधिकारियों के नाम हैं.टुटेजा ने अपने पत्र के साथ समाचार पत्रों की कतरनें भी संलग्न की है, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में इस आशय के समाचार प्रकाशित किये गये थे.टुटेजा ने पत्र में लिखा है कि दबंग नेताओं के नाम सामने आने के बाद एसीबी ने काल्पनिक कहानी तैयार की और आनन फानन में तीन महीने के भीतर प्रकरण की कथित जांच पूरी कर ली.टुटेजा ने लिखा है कि एसीबी को दो साल पहले ही नान प्रकरण से संबंधित सभी दस्तावेज मुहैया करा दिये गये थे,फिर चुनाव के दौरान 5 दिसंबर को न्यायालय में चालान पेश करने का क्या औचित्य था.

टुटेजा ने अपने 6 पेज के पत्र में नान घोटाले से संबंधित तमाम तथ्यों की विस्तार से जानकारी लिखी है.उन्होंने लिखा है कि मतदान के बाद और मतगणना के पहले इस मामले में आनन फानन में चालान प्रस्तुत करना कई संदेह को जन्म देता है.इन तथ्यों के आधार पर टुटेजा ने मुख्यमंत्री से मामले की पूर्ण एवं निष्पक्ष जांच कराने और मामले के असली आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में टुटेजा ने कहा कि सीएम ने प्रकरण के निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है और उन्होंने कहा है कि निर्दोष लोगों को न्याय मिलेगा और कोई भी दोषी नहीं बचेगा चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो.