अमृतसर। भाजपा के वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह गरेवाल ने हिमाचल प्रदेश की मंडी से संसद सदस्य और अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म से जुड़े सवाल पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि संसद सदस्य बनने से कोई नेता नहीं बन जाता. हर संसद सदस्य या विधायक नेता नहीं होता. कोई एक दिन में पार्टी की विचारधारा से नहीं जुड़ जाता.

हरजीत गरेवाल ने कहा कि वह पिछले 35 सालों से भाजपा के सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं. गरेवाल ने कहा कि उन्होंने पहले भी कंगना का विरोध किया था. हम किसी की फिल्म या कारोबार के लिए अपनी पार्टी की कुर्बानी नहीं देंगे. यह उनका काम है कि वह फिल्म बनाते हैं या नहीं. फिल्म को पास करना या न करना सेंसर बोर्ड का काम है.

इसके साथ ही अगर कोई भी खालसा या पंजाब विरोधी बोलता है तो हर भाजपा कार्यकर्ता उसके खिलाफ स्टैंड लेगा. इसमें हमारा अपना या पराया नहीं है. इसी कारण उन्होंने पहले दिन से कंगना रनौत का विरोध किया था. यह हमारी पार्टी की विचारधारा नहीं है. अगर मैंने कुछ गलत कहा होता तो मुझे पार्टी से निकाल दिया जाता.

जब गरेवाल से पूछा गया कि पंजाब भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने कंगना के खिलाफ कार्रवाई के लिए पार्टी हाईकमान को क्यों नहीं लिखा. इस पर गरेवाल ने कहा कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हैं. उन्होंने इस मामले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सीधे तौर पर बुलाया था. इसके बाद कंगना को चेतावनी पत्र जारी किया गया था. उन्होंने कहा कि अगर वह गलत होते तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाता.

उन्होंने किसानों का पंजाब सरकार के खिलाफ धरना शुरू करने के फैसले का स्वागत किया. किसानों का यह एक अच्छा कदम है. उन्होंने कहा जब पहला आंदोलन शुरू हुआ था, उस समय हम किसान के साथ खड़े थे. हम किसान आंदोलन खत्म होने से पहले सभी मांगों को मान रहे थे. पर वे तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा कि आज भी वह कहते हैं कि तीनों कृषि कानून बहुत अच्छे थे. लेकिन हम किसानों को ठीक से समझा नहीं सके. इसके कारण रोष प्रदर्शन किया गया. पर एक दिन किसान खुद ही कहेंगे कि ये कानून लागू होना चाहिए.