पंजाब विधान सभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है. सत्र की शुरुआत में दिवंगत व्यक्तियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिसमें पद्मश्री कवि सुरजीत पातर सहित कई अन्य महत्वपूर्ण शख्सियतें शामिल हैं.


श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद आज विधायी कार्यवाही होने की संभावना है, लेकिन इस संबंध में अंतिम निर्णय व्यापार सलाहकार समिति (BAC) द्वारा लिया जाएगा. यदि सत्र में कोई कार्यवाही होती है, तो मुख्यमंत्री भगवंत मान सदन में उपस्थित हो सकते हैं. यह सत्र 4 सितंबर तक चलेगा.


पंजाब विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही दोपहर 2 बजे से शुरू होगी. सबसे पहले दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद, सरकार की ओर से कोई अन्य प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया जा सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि BAC की बैठक के बाद ही होगी.


सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष विधान सभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस सरकार को कड़े सवालों से घेरने की योजना बना रही है. विपक्षी दल कानून-व्यवस्था और नशा तस्करी के मुद्दों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश करेगा. कांग्रेस की नेता अरुणा चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाएगी.


वहीं, भुलथ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने भी पंजाब सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी विपक्ष में थी, तो वह कहती थी कि कांग्रेस सरकार बहुत छोटे सत्र बुलाती है, जिससे लोगों के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाती.


लेकिन अब मौजूदा आप सरकार मात्र 3 दिन का सत्र लेकर आई है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले साल एक प्राइवेट मेंबर बिल प्रस्तुत किया था, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुई. कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने कहा कि AAP सरकार ने राज्य में 18 कॉलेज स्थापित करने का वादा किया था, लेकिन ढाई साल बीतने के बावजूद एक भी कॉलेज स्थापित करने में विफल रही है.


इन विधेयकों पर रहेगी नज़र इस बार सत्र में मुख्य रूप से पंजाब पंचायत चुनाव नियम 1994 की धारा 12 में संशोधन, पंजाब फैमिली रूल्स 2010 में संशोधन विधेयक पर नज़र रहेगी. सत्र में किसान नीति का मुद्दा भी उठ सकता है.