पैरालंपिक में आईएएस सुहास एलवाई (IAS Suhas LY) को सिल्वर मेडल (Silver Medal) मिला है. उन्होंने बैडमिंटन में रजत पदक जीता है. बता दें कि भारत ने पैरालंपिक में अब तक 12 मेडल जीते हैं. बैडमिंटन में इस जीत के लिए सीएम योगी ने सुहास एलवाई को बधाई दी है.

उन्होंने X पर लिखा है कि ‘आज #Paralympics2024 की Para Badminton Men’s Singles SL-4 प्रतिस्पर्धा में रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वाले @suhas_ly जी को हार्दिक बधाई! आपकी इस असाधारण उपलब्धि पर समूचा देश हर्षित और गर्वित है। माँ भारती को आप ऐसे ही गौरवभूषित करते रहें, यही कामना है.’

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लगातार दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी

बता दें कि पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ी एक के बाद एक मेडल जीत रहे हैं. इस लिस्ट में अब भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास एल यतिराज का नाम भी शामिल हो गया है. मेंस सिंगल्स एसएल 4 कैटगरी में सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल जीता है. इसी के साथ अब पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के लिए नाम कुल 12 मेडल हो गए हैं. वहीं, सुहास के लिए पैरालंपिक में ये लगातार दूसरा मेडल है. इससे पहले 2020 पैरालंपिक में भी सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल जीता था. ऐसे में वह अब पैरालंपिक में लगातार दो मेडल जीतने वाले भारत के पहले बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं.

बचपन से ही रखते थे खेलों में रुचि

बता दें कि सुहास एलवाई 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. आजमगढ़ में डीएम रहते बैडमिंटन को प्रोफेशनल रूप में शुरू किया और आज वे पैरालंपिक में दूसरी बार मेडल जीते में कामयाब रहे हैं. उनका जन्म कर्नाटक के शिमोगा में हुआ. वे जन्म से ही दिव्यांग थे. उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है. वे बचपन से ही बैडमिंटन खेलते थे और परिवार ने उन्हें कभी नहीं रोका, जो मर्जी हुई सुहास ने उस गेम को खेला. साल 2005 में पिता की मृत्यु के बाद उनकी जिंदगी में नया मोड़ आया. सुहास ने पिता की मौत के बाद ठान लिया था कि उन्हें सिविल सर्विस ज्वाइन करनी है. इसी के बाद उन्होंने UPSC की परीक्षा पास की.