वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) का कहर जारी है. बिलासपुर जिले में एक और स्वाइन फ्लू से ग्रसित मरीज की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि 91 वर्षीय महिला की स्वाइन फ्लू पॉजिटिव रिपोर्ट 24 अगस्त को आई थी. जिसके बाद मरीज को इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था. लेकिन इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई.

स्वाइन फ्लू से अब तक बिलासपुर में 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 4 मरीज जिले के हैं और अन्य 3 विभिन्न जिलों के मरीज शामिल हैं. जिले में वर्तमान में 50 एक्टिव केस हैं और हाल ही में 8 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. बिलासपुर में अब तक कुल 125 लोग स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 70 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. इधर स्वास्थ्य विभाग स्थिति कंट्रोल में होने का दावा कर रही है, लेकिन मरीज कम नहीं हो रहे हैं.

दुर्ग में भी एक मरीज की हुई मौत

बता दें कि सोमवार को दुर्ग जिले में भिलाई के चौहान ग्रीन वैली निवासी एक मरीज की मौत हुई. जिले में अब तक स्वाइन फ्लू से 4 लोगों की मौत हो चुकी है. जिले में 22 दिनों में 23 लोग संक्रमित पाए गए हैं. दुर्ग और रायपुर के सरकारी और निजी अस्पतालों में 13 मरीजों का इलाज चल रहा है. इनमें 6 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं कुम्हारी, पदुमनगर, सेक्टर 4 और 5 के मरीज यानी चार लोगों की मौत हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक, आज चौहान ग्रीन वैली भिलाई निवासी व्यक्ति की स्वाइन फ्लू से मौत हुई है.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

स्वाइन फ्लू के लक्षण आम सर्दी-खांसी और बुखार के लक्षणों जैसे होते हैं. स्वाइन-फ्लू का वायरस मनुष्य के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. ये फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है. फेफड़े धीर-धीरे काम करना बंद कर देते हैं. सर्दी-खांसी के मरीजों से बात करते समय मुंह में रूमाल रखें या मास्क का प्रयोग करें. साथ ही बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं या हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें. जोखिम वाले और सर्दी-खांसी के लक्षणों वाले लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें. खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल या कोहनी से ढंके. पौष्टिक आहार लें, पर्याप्त आराम करें और तनाव कम रखें. स्वच्छता बनाए रखें, नियमित रूप से सतहों और वस्तुओं को साफ करें. यदि आपको लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें.