रायपुर– रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले मोहम्मद अकबर को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई. राज्यपाल ने आज 9 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोहम्मद अकबर को पांच साल की सक्रियता, जुझारूपन और वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया. इससे पहले वह मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद अजीत जोगी की सरकार में भी मंत्री रहे.

मोहम्मद अकबर को मंत्री बनाए जाने से कवर्धा के क्षेत्रवासियों में भारी उत्साह है. लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मंत्री बनने की बधाई दी. आपको बता दें कि मोहम्मद अकबर ने रायपुर के प्रतिष्ठित दुर्गा कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत की. इसके बाद वह कांग्रेस पार्टी से अपनी राजनीति पारी शुरू की. उन्होंने पहला चुनाव 1993 में लड़ा, जिसमें उन्हें सियाराम साहू से हार का सामना करना पड़ा. 1998 में वीरेंद्र नगर सीट से फिर सियाराम के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे. इस बार अकबर ने उसे करीब 14 हजार वोटों से पराजित किया. 2003 में संतोष पांडे को हराया. वहीं 2008 में लालजी चंद्रवंशी को लगभग 18 सौ वोटों से शिकस्त दी. लगातार तीन चुनाव जीतने के बाद 2013 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा. उन्हें भाजपा के अशोक साहू ने करीब 25 सौ वोटों से शिकस्त दी.

चुनाव हारने के बाद मोहम्मद अकबर चुप नहीं बैठे. वह भाजपा सरकार को लगातार घेरते रहे. इसी के फसस्वरूप कांग्रेस ने उन्हें भाजपा सरकार को रोकने आरोप पत्र बनाने की बड़ी जिम्मेदारी दी गई. उन्हें आरोप पत्र समिति का संयोजक बनाया गया. इस दौरान वह प्रेस कांफ्रेंस कर लगातार भाजपा सरकार को धान खरीदी सहित कई मामलों पर घेरा.

2018 के चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर मोहम्मद अकबर पर भरोसा जताया. और कवर्धा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया. उन्होंने चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अशोक साहू को रिकार्ड 59 वोटों से पराजित किया.

मंगलवार को साजा विधायक रविन्द्र चौबे, कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर, अहिवारा विधायक रुद्र गुरु और डोंडीलोहारा विधायक अनिला भेडिया, खरसिया विधायक उमेश पटेल और कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल, प्रतापपुर विधायक प्रेमसाय सिंह टेकाम, आरंग विधायक डॉ शिव कुमार डहरिया व कोंटा विधायक कवासी लखमा सहित कुल 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली.