रायपुर. Pratik Chauhan. कमर्शियल विभाग के अधिकारी संभवतः काफी व्यस्त है. यही कारण है कि रायपुर रेलवे स्टेशन (Raipur Railway Station) के गुढ़ियारी की तरफ की पार्किंग में ‘फ्री पार्किंग’ वाले बोर्ड आपको ढ़ुढ़ने के बाद भी नहीं मिलेगा. पर्ची में 3 व्हीलर और 12 व्हीलर के लिए 7 मिनट Free का जिक्र है. अब सवाल ये है कि ये गलती से 2 व्हीलर के जगह 12 व्हीलर प्रिंट हुआ है या 12 व्हीलर इसलिए लिखा गया कि 2 व्हीलर ग्राहकों को पहले न दिखे. ऐसा क्यों हुआ ये रेलवे अधिकारियों के लिए जांच का विषय है.
लल्लूराम डॉट कॉम ने पूरी पार्किंग में ये बोर्ड ढ़ुढ़ने का काफी प्रयास किया, लेकिन कही भी ये बोर्ड नजर नहीं आया है. अब सवाल ये है कि क्या ये सब कमर्शियल विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है ? या पार्किंग शुरू होने के बाद कमर्शियल विभाग का कोई भी अधिकारी यहां देखने तक नहीं आया कि फ्री पार्किंग का बोर्ड भी लगा है या नहीं.
पार्किंग ठेकेदार का दावा है कि बोर्ड लगा था, लेकिन बच्चों ने फाड़ दिया. लेकिन हैरानी की बात ये है कि यहां जुर्माने के बड़-बड़े बोर्ड लगे हुए है.
किन-किन शर्तों पर मिला था टेंडर ?
अब सवाल ये है कि कमर्शियल विभाग के अधिकारियों ने गुढ़ियारी की ओर पार्किंग में जब फ्री टाईमिंग वाले बोर्ड तक नहीं देखे, तो ठेकेदार ने जिन-जिन शर्तों के आधार पर टेंडर लिया था वह पूरे हुए या नहीं इसकी जांच कभी हुई ? या बिना शर्तों को देखे ये पार्किंग चल रही है? इसका जवाब रेलवे अधिकारी ही बेहतर तरीके से दे पाएंगे.
जिस ठेकेदार की ये पार्किंग बताई जा रही है उसी ठेकेदार को रायपुर रेलवे स्टेशन के सामने की भी पार्किंग का ठेका मिला है. अब सवाल ये है कि क्या ऐसे ही पार्किंग का संचालन सामने भी होगा ?