लखनऊ. क्रिकेट की दुनिया में मोहम्मद अमान नई बुलंदियों को छू रहे हैं. आज क्रिकेट जगत में मोहम्मद अमान के चर्चा है. मोहम्मद अमान को भारतीय क्रिकेट टीम के अंडर 19 टीम का कप्तान बनाया गया है. लेकिन अमान ने यहां तक का सफर कई संघर्षों को पार करके पहुंचे हैं. अमान की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है.
एक निजी मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में उत्तर प्रदेश के मोहम्मद अमान ने बताया कि उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है. उनकी मां का कोरोना के समय निधन हो गया थ. उसके बाद पापा का भी निधन हो गया. जिसके बाद पैसों की तंगी झेलनी पड़ी. हालांकि, मां-बाप के निधन के पहले भी परिवार पैसों की तंगी से जूझ रहा था. तंगी की वजह से मां-बाप के बीच आए दिन विवाद हुआ करता था. जिसको देखते हुए वह अपनी क्रिकेट किट तक बचने को तैयार हो गए थे.
पैसों की तंगी
इतना ही नहीं अमान ने ये भी बताया कि पैसों की तंगी की वजह से एक पहचान वाले के पास कुछ भी काम देने का निवेदन भी किया था. जिससे वे अपने भाई-बहन के खाने का इंतजाम कर सकें. अमान ने बताया कि उनका छोटा भाई आज भी मजदूरी कर रहा है.
टॉयलेट के पास बैठकर किया सफर
अमान ने बताया कि मैच खेलने जाना होता था, लेकिन टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे. ऐसे में ट्रेन के टॉयलेट के पास बैठकर सफर करता था. मैच में जो पैसे मिलते थे अपने भाई-बहन को दे दिया करता था.
अकरम भाई ने की मदद
मोहम्मद अमान ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि जब मुसीबत में था तो यूपीसीएल के अकरम भाई ने मेरी मदद की. अकरम भाई ने मेरा खेल देखकर सपोर्ट किया और यहां तक लेकर आए. आज मैं जो हूं वो अकरम भैया के बदौलत हूं.
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