बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां मां की अपील पर 13 महीने बाद बेटे के शव काे कब्र से बाहर निकाला गया. अधिकारियों और पुलिस की मौजूदगी में शव को निकाला गया. दरअसल, इस मामले में मां ने हत्या की आशंका जताई है. हालांकि, पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

तालाब में डूबा मिला था बेटा

जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला शेरगंज ग्रिंट मजरा हैदरडीह गांव है. जहां 11 जुलाई 2023 को 11 वर्षीय मुशाहिद राजा बच्चों के साथ खेलने गया था. इस दौरान वह संदिग्ध परिस्थितियों में तालाब में डूबा मिला था. 12 जुलाई को गांव के कब्रिस्तान में उसे दफनाया गया था. करीब डेढ़ महीने बाद मां ने बेटे की हत्या का संदेह जताते हुए अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा था.

बेटे की मौत हादसा या फिर हत्या

मां की अर्जी पर बुधवार को डीएम के आदेश पर एसडीएम अवधेश कुमार, एसओ ओम प्रकाश चौहान, चौकी प्रभारी हुसैनाबाद आशीष सिंह गांव पहुंचे. अधिकारियों और पुलिस की मौजूदगी में कब्र की खोदाई कराई गई. जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बेटे की मौत हादसा था या फिर हत्या.

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घर का इकलौता चिराग था मुशाहिद

मां महिबुन्निशा का कहना है कि मुशाहिद राजा घर का इकलौता चिराग था. उस दिन वह शाम करीब तीन बजे गांव के ही पांच बच्चों के साथ खेलने गया था. देर शाम उसके डूबने की खबर मिली. मां की मानें तो मुशाहिद को तालाब में डुबोकर मारा गया है. इससे पहले वह कभी तालाब में नहाने नहीं गया था. बेटे की हत्या को हादसा दिखाने की कोशिश हुई है. अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर क्या ऐसी वजह रही होगी कि बच्चे को मौत के घाट उतार दिया गया. फिलहाल, इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है.

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