विक्रम मिश्र, जौनपुर. उत्तर प्रदेश अपने सियासी और लालफीताशाही के लिए मशहूर है. तो वहीं कड़ी प्रतिक्रिया और फैसलों के लिए भी जाना जाता है. ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जहां भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते थकती नहीं, लेकिन जौनपुर में एक चिट्ठी इस समय वायरल हो रही है. चिट्ठी के जरिए चपरासी ने वसूली किए जाने वाले पैसों में हिस्सेदारी बढ़वाने की मांग डीएम से की है.
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बता दें कि पूरा मामला जौनपुर की शाहगंज तहसील का है. जहां पर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां की शाहगंज तहसील में पदस्थ एक चपरासी ने जौनपुर के जिलाधिकारी से पत्र लिखकर न्याय की अपील की है. चपरासी नायब तहसीलदार को मिले घूस और अवैध कमाई में हिस्सेदारी नहीं मिलेने से क्षुब्ध है.
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क्या है पूरा मामला
नायब तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार सरोज शाहगंज तहसील में तैनात हैं, जबकि राजाराम यादव उनका प्राइवेट चपरासी है. जो कि नायब तहसीलदार के लिए अवैध वसूली करता है. राजाराम ने साहब पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो और उसके साथ दो और चपरासी जान जोखिम में डालकर नायब तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार सरोज के लिए अवैध वसूली करते हैं. जिसके एवज में राजाराम को महज 500 रुपये मिलते हैं, जबकि बाकियों को 1000 रुपये प्रतिदिन दिया जाता है. इसलिए उसने कलेक्टर को पत्र लिखकर हिस्सेदारी बढ़वाने की मांग की है.
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