धर्मेंद्र ओझा, भिंड। मध्य प्रदेश का भिंड जिला अस्पताल फर्जीवाड़े का अड्डा बना है. जहां फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के बाद अब फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किया गया है. अस्पताल के रिकॉर्ड में जन्में बच्चे का नाम और जन्म तिथि नहीं है. फिर भी फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया.

जिला अस्पताल की जन्म-मृत्यु शाखा की इंचार्ज अनामिका ताम्रकर की आईडी पासवर्ड से अप्रूव होकर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी हुआ है. अनामिका जिला अस्पताल के CMHO कार्यालय में जननी सुरक्षा योजना में ऑपरेटर के पद पर पदस्थापना हैं.

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बीते 26 जुलाई को सिविल सर्जन डॉ. आरके मिश्रा ने नियमविरूध तरीके से अनामिका को जन्म-मृत्यु शाखा जिम्मा सौंप दिया. अभी वो दो चार्ज संभाले हुई हैं. मनमाने तरीके से नियमविरूध की गई जन्म मृत्यु शाखा में पदस्थापना में सिविल सर्जन की भूमिका संदिग्ध है.

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इस मामले की शिकायत कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव तक पहुंचाने के लिए शिकायकर्ता ने कलेक्टर कार्यालय के आवक जावक शाखा में शिकायती पत्र दिया है. अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करती है या फिर ऐसे ही जिला अस्पताल फर्जीवाड़े का खेल जारी रहेगा.

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