पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के रिश्तेदार नुरू की 13 बीघा जमीन, जिसे शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था, उसकी नीलामी कर दी गई है. इसकी कुल कीमत 1.38 करोड़ रुपये लगाई गई है. ई-नीलामी प्रक्रिया सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक चली. 10 घंटे के भीतर ये संपत्ति बिक गई. इस नीलामी के साथ ही बागपत में मुशर्रफ और उनके परिजन नुरू का नाम समाप्त हो गया है.

लखनऊ से ई-नीलामी की जानकारी बागपत प्रशासन को दे दी गई है. नीलाम की गई भूमि में से करीब पौने पांच बीघा जमीन को बागपत के पंकज कुमार ने खरीदी है. ये भूमि कोटाना गांव में थी. ये पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ का ननिहाल था. साथ ही उनके दादा-दादी का निवास स्थान भी था.

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जिला प्रशासन के मुताबिक कोटाना के नूरू की लगभग दो हेक्टेयर भूमि, जो 1965 में पाकिस्तान चले जाने के बाद शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज की गई थी, की नीलाम हो गई है. कोटाना के निवासी याद करते हैं कि मुशर्रफ के दादा और नानी इसी गांव से थे. उनकी मां बेगम जरीन और पिता मुशर्रफुद्दीन ने 1943 में शादी के बाद कोटाना छोड़ दिया था.