विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में आगामी उपचुनाव में सभी 10 सीटों पर जीत का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के भीतर सब ठीक नहीं चल रहा है. भाजपा के लिए अयोध्या की मिल्कीपुर और अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट सबसे महत्वपूर्ण है. इन दोनों सीटो को जिताने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं अपने कंधों पर ले रखी है.

हालांकि ताजा मामला अयोध्या में संचालित सदस्यता अभियान के दरम्यान देखने को मिला. जब पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता लल्लू सिंह ने मंच पर जाने से इनकार कर दिया. लल्लू सिंह के मुताबिक मंच पर भाजपा नेता संजय राय के साथ एक अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति मंच साझा कर रहा है. इसलिए वो मंच पर नहीं बैठेंगे. बताया जाता है कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि मैं माफिया के साथ नहीं बैठ सकता.’ काफी मान मनौव्वल के बाद भी पूर्व सांसद ने कार्यक्रम का बहिष्कार जारी रखा हुआ है.

उप चुनाव या प्रतिष्ठा का चुनाव?

इसकी जानकारी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को दी गई तो पार्टी इसे लल्लू सिंह की व्यक्तिगत नाराजगी मान रही है. लेकिन इस तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा बहिष्कार करना ये बताता है कि भाजपा की अंदरूनी कलह अभी शांत नहीं हुई है. अयोध्या की मिल्कीपुर उपचुनाव को भाजपा अपनी प्रतिष्ठा का चुनाव मान रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस सीट को जिताने का जिम्मा भी लिया हुआ है. ऐसे में ये अंदरूनी कलह कहीं भाजपा पर भारी न पड़ जाए.

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यह था मामला

पूर्व सांसद अयोध्या स्थित सर्किट हाउस में सदस्यता अभियान को लेकर प्रदेश महामंत्री और अवध क्षेत्र के प्रभारी संजय राय की प्रेस कॉन्फ्रेंस को छोड़कर चले गए. पूर्व सांसद लल्लू सिंह का कहना था कि मंच पर अपराधी प्रवित्ति का एक व्यक्ति बैठा हुआ है. जिसके साथ वो मंच साझा नहीं कर सकते है.

बता दें कि प्रदेश भाजपा के अंदर ये भी खबर चल रही है कि भाजपा शिवेंद्र सिंह को बाहर का रास्ता दिखा सकती है. अब इससे लल्लू सिंह के मंच पर नहीं चढ़ने को जोड़कर देखा जा रहा है.