हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लाकर्जुन खरगे से दोनों ने मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे.

विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करने से पहले ही शुक्रवार (6 सितंबर) को रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दिया.

रेलवे की नौकरी से दिया इस्तीफा

विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने एक्स पर शेयर किए गए पोस्ट में लिखा कि भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है.

जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है. राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गए इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूंगी.

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इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

अटकलें हैं कि चरखी दादरी की फोगाट अपने गृहक्षेत्र से चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती है. हालांकि, जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट को लेकर भी विचार जारी है. जबकि, पूनिया को बदली से टिकट दिया जा सकता है. फिलहाल, जुलाना सीट पर जननायक जनता पार्टी का कब्जा है. वहीं, बदली सीट कांग्रेस के खाते में है.

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पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया की राजनीतिक एंट्री पर रेसलर साक्षी मलिक ने बड़ा बयान दिया है. शुक्रवार को उन्होंने एक तरह से नसीहत देते हुए कहा कि मुझे भी ऑफर मिले, मगर हमें त्याग करना चाहिए. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में साक्षी ने कहा, ‘शायद आज वे (पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट) पार्टी में शामिल होंगे, इसीलिए वे इस्तीफा देने आ रहे हैं. यह उनका निजी फैसला है कि वे पार्टी में शामिल होना चाहते हैं. मगर, मेरा मानना यह है कि हमें कहीं-न-कहीं त्याग कर देना चाहिए. हमारे आंदोलन को गलत रूप न दिया जाए.’

साक्षी मलिक ने कहा कि महिलाओं के लिए मेरा आंदोलन आज भी जारी है. मैंने हमेशा कुश्ती के बारे में सोचा है, मैंने कुश्ती के हित में काम किया है और आगे भी करूंगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे बड़े ऑफर भी मिले लेकिन मैं जिस चीज से भी जुड़ी हूं, उसके अंत तक काम करना है. जब तक फेडरेशन साफ-सुथरा नहीं हो जाता और बहन-बेटियों का शोषण बंद नहीं हो जाता, मेरी लड़ाई जारी रहेगी.’