रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. भारतीय जनता पार्टी की हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के बयान पर आज कल देश के किसानों में गहरा आक्रोश व्याप्त है. देश के विभिन्न किसान संगठन कंगना के इस बयान की घोर निंदा करते हुए लगातार मुखर हैं. इसी क्रम में राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने भी कंगना को लीगल नोटिस भेजा है.

उन्होंने अपने संगठन के किसानों से आवाहन किया है कि कंगना के इस फर्जी बयान का प्रतिकार होना चाहिए. उनके इस आवाहन के बाद राष्ट्रीय किसान मंच के विभिन्न जिलों के जिला अध्यक्षों ने अपने-अपने जिलों में कलेक्ट्रेट जाकर कंगना रनौत पर कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा. इसी क्रम में राष्ट्रीय किसान मंच के रायबरेली जिला अध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा ने भी कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और कंगना पर कार्रवाई की मांग की.

बता दें कि बीजेपी सांसद कंगना ने बीते दिनों एक साक्षात्कार में किसान आंदोलन पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवी, हिंसा, दुष्कर्म और हत्या हुई. वहां किसान आंदोलन के नाम पर क्या हुआ सबने देखा. कैसे प्रोटेस्ट के नाम पर हिंसा फैलाई गई, वहां पर रेप हो रहे थे, मारकर लाशों को लटकाया जा रहा था. तब किसान बिल को वापस ले लिया गया. तो उपद्रवी चौंक गए क्योंकि उनकी प्लानिंग बहुत लंबी थी. उन पर समय रहते कंट्रोल कर लिया गया था. वरना वह कुछ भी कर सकते थे. इसके अलावा उन्होंने आंदोलन करने वाले किसानों को विदेशी ताकतों का नुमाइंदा भी बताया था.