सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली से सिस्टम पर सवाल उठाती एक तस्वीर सामने आई है। दरअसल, एंबुलेंस चालक ने एक मरीज को बीच रास्ते में उतार दिया। मरीज के परिजनों का आरोप है कि चालक और कर्मचारी ने रिश्वत की मांग की। जब पैसे नहीं तो गर्भवती महिला को बीच रास्ते में ही उतार दिया। जिससे मरीज के परिजन भड़क उठे। इस दौरान उन्होंने इसका वीडियो भी बनाया लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक, महिला साजापानी गांव निवासी विजय कुमार की पत्नी है। विजय कुमार ने बताया कि पत्नी की तबीयत खराब होने पर उसे सरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जा रहा था। जहां हालत सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उसे सीएचसी सरई से जिला ट्रॉमा सेंटर बैढ़न रेफर किया। 108 एंबुलेंस से मरीज को बैढ़न ले जाया जा रहा था। इस दौरान रास्ते में गाड़ी रोककर एंबुलेंस पायलट और कर्मचारी ने परिजनों से 1000 रुपए की रिश्वत मांगी।

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पैसा नहीं देने पर एंबुलेंस चालक ने मरीज को बीच रास्ते में नीचे उतार दिया। मरीज के परिजनों ने कहना है कि यह सरकारी एम्बुलेंस मरीजों की सेवा के लिए निशुल्क है फिर हम पैसे क्यों दें। इसके बाद निजी वाहन से मरीज को अस्पताल ले जाया गया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सामने आने के बाद सरकारी एंबुलेंस कर्मचारियों पर सवाल खड़े हो रहे है तो वहीं कर्मचारियों की मनमानी भी सामने आई है। वहीं इस मामले में सीएमएचओ निखिल जैन का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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